Saraidhela Police Station में कोरोना ने रोका आमजन की एंट्री, ड्राप बाक्स में जमा हो रहा शिकायत पत्र
धनबाद के एसएसपी असीम विक्रांत मिंज ने भी जिला के तमाम थानेदारों को पूरी सावधानी बरतने की हिदायत दी है। थाना में रहकर भी लोग शारीरिक दूरी का पालन करें इसको लेकर भी पूरी सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
धनबाद, जेएनएन। शहर में कोरोना महामारी के सामने हर कोई घुटने टेक दिया है। एहतियात के तौर पर अब सभी सावधानी बरतने लगे हैं। वैसे लोग जो मास्क नहीं लगाते थे अब माफ भी लगा रहें हैं। सुरक्षा के लिहाज सरायढेला थाना में किसी की भी इंट्री पर रोक लग गई है। किसी भी तरह की शिकायत लेकर आने वाले लोगों को थाना के बाहर रखे शिकायत बॉक्स में ही अपनी शिकायत पत्र डाल कर लौटना पड़ रहा है। पुलिस उसे रिसीविंग नहीं दे रही है। शिकायत बॉक्स में डाले गए पत्र को पुलिस दस्ताना पहनकर खोलती है और फिर जरूरत के आधार पर कार्रवाई शुरू की जाती है। शहर मैया व्यवस्था सरायढेला थाना में देखा जा रहा है। थाना के बाहर रस्सी लगाकर प्रवेश निषेध किया गया है।
थाना के बाहर ही शिकायत बॉक्स रखे गए हैं। शिकायत बॉक्स से थोड़ी दूर पर एक पुलिस पदाधिकारी की ड्यूटी लगी है। कोई भी व्यक्ति शिकायत लेकर पहुंच रहा है तो दूर से ही वह अपनी शिकायत पुलिस को सुना रहा है और फिर शिकायत बॉक्स में आवेदन डालकर थाना के बाहर से ही लौट रहा। बाद में उक्त अधिकारी शिकायत बॉक्स आवेदन निकालकर कार्रवाई के लिए संबंधित पदाधिकारियों को मौके पर भेज रहे हैं। यह उपाय इसलिए किया गया है ताकि थाना का कोई पुलिसकर्मी संक्रमित ना हो। पहली बार जब करोना का संकट धनबाद में शुरू हुआ था। उस वक्त सराय ढेला थाना के दर्जनभर पुलिसकर्मी संक्रमित हो गए थे। लिहाजा इस बार पुलिस पूरी सावधानी बरती जा रही है। दरअसल इस बार कोरोना से लगातार हो रही मौत को लेकर पुलिस मुख्यालय ने भी राज्य भर के पुलिसकर्मियों को सतर्क किया है। जिसके बाद एसएसपी असीम विक्रांत मिंज ने भी जिला के तमाम थानेदारों को पूरी सावधानी बरतने की हिदायत दी है। थाना में रहकर भी लोग शारीरिक दूरी का पालन करें इसको लेकर भी पूरी सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
पूर्व में किसी भी तरह की शिकायत लेकर दर्जन भर लोग एक साथ थाना पहुंच जाते थे, पर अब सुरक्षा को लेकर किसी भी आम पब्लिक को दिखाना में घुसने की इजाजत नहीं है। वह अपनी शिकायत पत्र एक बॉक्स में डालकर चले जाते हैं फिर पुलिस आवेदन के आधार पर भुक्तभोगी के घर तक पहुंच रही है।