निरसा में हाथी चट कर गए धान, दीवार व मंदिर की बलिवेदी तोड़ी Dhanbad News

निरसा के झाराबारा पहाड़ में 12 दिनों से डेरा जमाए जंगली हाथियों के झुंड का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है।

By Edited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 05:18 AM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 05:24 AM (IST)
निरसा में हाथी चट कर गए धान, दीवार व मंदिर की बलिवेदी तोड़ी Dhanbad News
निरसा में हाथी चट कर गए धान, दीवार व मंदिर की बलिवेदी तोड़ी Dhanbad News

निरसा : निरसा के झाराबारा पहाड़ में 12 दिनों से डेरा जमाए जंगली हाथियों के झुंड का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाथियों का झुंड रात में पहाड़ से नीचे उतरकर आसपास के गांवों तांडव मचा रहा है। खलिहान व खेतों में धान खा रहे हैं। साथ ही फसल को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं। बाड़ी व खलिहानों में चारदीवारी तोड़ रहे हैं। गुरुवार रात तो डोमभुई गांव में घर की दीवार तक ढाह दिए। गुरुवार रात लगभग 12 बजे आठ हाथियों का झुंड डोमभुई गांव में प्रवेश कर गया। जंगली हाथी सबसे परिमल सोरेन के खलिहान पर धावा बोलते हुए धान खा गए और उसके खलिहान की चारदीवारी तोड़ दी। उसके बाद नागेश्वर मोदी के खलिहान में मौजूद धान खा गए। खलिहान से सटे घर के समीप बाड़ी में केले के पौधों को तहस-नहस कर दिया। इसके बाद हाथियों के झुंड ने उनके आवास पर धावा बोलते हुए दीवार गिरा दिया। हाथियों ने घर की जिस दीवार को गिराया उसी कमरे में नागेश्वर मोदी उनकी पत्नी कुहोली मोदी, पुत्र मिलन मोदी, पुत्री नमिता एवं कविता सोई हुई थी। दीवार गिरने के बाद घर में सोए लोग किसी तरह घर से भागे और हो-हल्ला मचाया। दीवार गिराने के बाद हाथियों ने घर के अंदर तीन बोरा धान चट कर गए। हो हल्ला सुनकर आसपास के ग्रामीणों ने मशाल जलाया। उसके बाद हाथी वहां से भागे। खुले के आसमान के नीचे आ गया नागेश्वर मोदी का परिवार जंगली हाथियों द्वारा नागेश्वर मोदी के घर को तोड़े जाने से उसका पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया है। ग्रामीणों के अनुसार नागेश्वर मोदी की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। वह किसी तरह मिट्टी के मकान में अपने परिवार के साथ रहता है। दीवार ढह जाने से पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गया है। प्रशासन को चाहिए की तत्काल उसे आर्थिक मदद पहुंचाए। ताकि वह दीवार पर प्लास्टिक लगाकर तत्काल ठंड में गुजर बसर कर सके।

chat bot
आपका साथी