झाराबारा पहाड़ पर 13 दिनों से हाथियों का डेरा; मदनडीह गांव में फसल व सब्जियां कर गए चट, चारदीवारी को भी पहुंचा रहे नुकसान Dhanbad News

झाराबारा पहाड़ पर जमे हाथियों के झुंड ने 13वें दिन भी उत्पात मचाया। मदनडीह निवासी मंगल हांसदा की सब्जी व धान की फसल को चट कर गए। साथ ही चारदीवारी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 08:47 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 08:47 PM (IST)
झाराबारा पहाड़ पर 13 दिनों से हाथियों का डेरा; मदनडीह गांव में फसल व सब्जियां कर गए चट, चारदीवारी को भी पहुंचा रहे नुकसान Dhanbad News
झाराबारा पहाड़ पर 13 दिनों से हाथियों का डेरा; मदनडीह गांव में फसल व सब्जियां कर गए चट, चारदीवारी को भी पहुंचा रहे नुकसान Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। निरसा के झाराबारा पहाड़ पर अड्डा जमाए हाथियों के झुंड ने 13वें दिन भी जमकर उत्पात मचाया। शुक्रवार रात मदनडीह निवासी मंगल हांसदा की सब्जी व धान की फसल को चट कर गए। साथ ही खलिहान की चारदीवारी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। ग्रामीणों एवं वन कर्मियों ने हो हल्ला मचा व मशाल लेकर झुंड को वहां से भगाया गया।

झुंड वहां से निकलकर मांगुरडीह, दुर्गापुर, रघुनाथपुर, मंझलाडीह होते हुए पहाड़ पर चला गया। मंगल हांसदा ने बताया कि शुक्रवार रात आठ से नौ बजे हाथियों का झुंड उनके खलिहान पहुंचा और उसमें रखे धान को खा गाए। साथ ही घर से सटे सब्जी बाड़ी की चारदीवारी तोड़कर सब्जी की फसलों को नुकसान पहुंचाया। हो हल्ला मचाने पर ग्रामीण व वन कर्मी पहुंचे और फिर मशाल जलाकर हाथियों को भगाया।

हाथियों के आतंक से ग्रामीण त्रस्त : हाथियों के झुंड को भगाने के लिए सार्थक प्रयास नहीं ग्रामीणों के अनुसार हाथियों का झुंड 13 दिनों से झाराबारा पहाड़ पर अड्डा जमाए हुए हैं। शुरुआती दो-तीन दिन तक इन्होंने कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। अब प्रतिदिन पहाड़ से उतर कर फसलों व घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाथियों के झुंड को भगाने के लिए वन विभाग द्वारा भी कोई सार्थक प्रयास नहीं किया जा रहा। हाथियों के आतंक से ग्रामीण त्रस्त हैं।

चुनाव के कारण जनप्रतिनिधि व नेता भी नहीं दे रहे ध्यान

ग्रामीणों के अनुसार, शुरुआत में जनप्रतिनिधि उनके गांव पहुंचे थे। ग्रामीणों को ढांढस बंधाया था। उसके बाद से कोई जनप्रतिनिधि इस तरफ झांकने भी नहीं आ रहे हैं। चुनाव प्रचार का अंतिम दौर चल रहा है। चुनाव खत्म होने के बाद नेताओं का झुंड इधर का रुख करेगा।

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