कोरोना काल में दुकानदार भी कमा रहे है खूब मुनाफा; बिजली सामान की कीमत में बेतहाशाा वृद्धि
कोरोना संक्रमण का समय चल रहा है। इसे रोकने के लिए केंद्र और राज्य दोनों सरकारें अपने स्तर से प्रयास कर रही हैं। जबकि ऐसे वक्त में जरुरत की हर चीज की कीमतों को नियंत्रित किया जा रहा है।
धनबाद, जेएनएन: कोरोना संक्रमण का समय चल रहा है। इसे रोकने के लिए केंद्र और राज्य दोनों सरकारें अपने स्तर से प्रयास कर रही हैं। जबकि ऐसे वक्त में जरूरत की हर चीजों की कीमतों को नियंत्रित किया जा रहा है। इसके बावजूद भी बिजली के सामानों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हो गई है। धनबाद के बाजार में 25 रुपये में मिलने वाला बिजली कंडेनशर अब 70 रुपये की दर पर बिक रहा है। स्थिति यह है कि लगातार बिजली की कीमतों में हो रही वृद्धि से आम जन भी परेशान है।
घर की जरूरी चीजों में बिजली के भी कई सामान आते हैं। आम तौर पर स्वीच, कंडेनसर, स्वीच बोर्ड, तार ऐसी जरुरते हैं जो रोज नहीं, लेकिन आकास्मिक तौर पर इनकी आवश्यकता घरों में होती है। खास कर वैसे लोग जो नया घर बना रहे हैं और वायरिंग कराने की सोच रहे हैं तो उनके लिए यह वक्त जेब कटाने वाला साबित होगा।
बिजली के कारोबार से जुड़े बुधन शर्मा ने बताया कि तारों को जोड़ने के लिए सोल्डिंग आयरन की आवश्यकता होती है। पहले यह 55 रुपये में मिल जाया करता था, लेकिन अब इसकी कीमत एक सौ रुपये हो गई है। इसी प्रकार से स्वीच जो 11 रुपये में आती थी, वह बाजार में 22 से 25 रुपये तक मिल रही है। स्वीच बोर्ड मध्यम साइज की कीमत जहां 150 रुपये होती थी, दुकानदार अब इसकी कीमत 350 रुपये तक वसूल कर रहे हैं। एक एमएम का तार का पूरा क्वायल जहां 650 से 850 रूपये में मिलती थी, उसकी कीमत अब 1150 रुपये से भी अधिक है। ऐसे कई छोटे सामान हैं जिनकी कीमतों में दोगुना वृद्धि हुई है।
छोटे सामानों की मनमानी कीमत : बिजली के कई सामान पैकेट में आते हैं और दुकानदार उन्हें पैकेटों से निकल कर बेचते हैं। ऐसे में इनकी मनमानी कीमतें वसूल की जा रही हैं। कोरोना संक्रमण में सबकी नजर राशन, दवा, सब्जी, फल की तरफ है, जबकि घरों में लगने वाले बिजली सामानों की तरफ ध्यान नहीं जा रहा।