झमाडा का पाइप फटने से कतरास में जलापूर्ति बाधित

संवाद सहयोगी तेतुलमारी तेतुलियाटांड़ में पाइप क्षतिग्रस्त हो जाने से कतरास तथा आसपास के इलाक

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 06:09 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 06:09 PM (IST)
झमाडा का पाइप फटने से कतरास में जलापूर्ति बाधित
झमाडा का पाइप फटने से कतरास में जलापूर्ति बाधित

संवाद सहयोगी, तेतुलमारी: तेतुलियाटांड़ में पाइप क्षतिग्रस्त हो जाने से कतरास तथा आसपास के इलाकों में जलापूर्ति बाधित है। मंगलवार को तिलाटांड़ वाटर रिजर्वायर से जैसे ही जलापूर्ति शुरु की गई वैसे ही अधिक प्रेशर के कारण तेतुलियाटांड़ के पास पाइप फट गया जिससे सैकड़ों गैलन पानी बहने लगा। पाइप फटने से करीब एक लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। उमस भरी गर्मी के कारण लोग पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। कर्मियों ने इसकी सूचना विभाग के अधिकारियों को दी। बुधवार की सुबह पाइप की मरम्मत शुरू हुई।

मालूम हो कि तोपचांची झील का पानी तिलाटांड़ वाटर रिजर्वायर में पानी आता है, जहां से तेतुलमारी, पांडेयडीह, नया मोड़, सिजुआ, जोगता, भदरीचक, अंगारपथरा, कतरास, चैतुडीह सहित आस पास के इलाकों में जलापूर्ति की जाती है। इन इलाकों के लोग तोपचांची झील के पानी पर ही निर्भर हैं। दो दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं होने से लोगों को परेशानी शुरू हो गई है। स्थानीय लोगों की मानें तो उसी जगह पर बार-बार पाइप क्षतिग्रस्त होना जांच का विषय है। स्थानीय लोगों द्वारा झमाडा अधिकारियों को जर्जर पाइप की पूर्व में जानकारी दी जा चुकी है। इसके बावजूद विभाग के पदाधिकारी इस दिशा में ठोस पहल नहीं कर रहे हैं। जब तक नया पाइप बदला नहीं जाएगा तब तक यही स्थिति उत्पन्न होती रहेगी। पाइप कमजोर होने के कारण पानी का प्रेशर पड़ते ही वह क्षतिग्रस्त हो जाता है। झमाडा के मीटर रीडर सुरेशचंद्र मंडल ने बताया कि पाइप क्षतिग्रस्त हुई है, वहां दो माह पूर्व में तीन बार पाइप क्षतिग्रस्त हो चुकी है। उसकी मरम्मत कराने के बाद जलापूर्ति शुरू की गई थी। फिलहाल पाइप की मरम्मत की जा रही है,शीघ्र ही जलापूर्ति कराई जाएगी।

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