बाघमारा कॉलेज के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों को एक साल से नहीं मिला वेतन

कतरास सरकार और विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त बाघमारा कॉलेज के शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मियों का एक साल का वेतन बकाया है। वेतन नहीं मिलने से कोरोना काल में शिक्षक और कर्मियों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कॉलेज के खाता में पर्याप्त धन राशि है लेकिन नियम के पेच में भुगतान रुका हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Jun 2021 03:03 AM (IST) Updated:Tue, 01 Jun 2021 03:03 AM (IST)
बाघमारा कॉलेज के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों को एक साल से नहीं मिला वेतन
बाघमारा कॉलेज के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों को एक साल से नहीं मिला वेतन

संवाद सहयोगी, कतरास : सरकार और विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त बाघमारा कॉलेज के शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मियों का एक साल का वेतन बकाया है। वेतन नहीं मिलने से कोरोना काल में शिक्षक और कर्मियों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कॉलेज के खाता में पर्याप्त धन राशि है, लेकिन नियम के पेच में भुगतान रुका हुआ है। मई के पहले सप्ताह में झारखंड सरकार ने बाघमारा कॉलेज को 60 लाख की धन राशि अनुदान के रूप में विमुक्त की है। वह राशि भी कॉलेज के खाता में जमा है। बताते हैं कि सिर्फ अनुदान की राशि के निर्धारित अंश से शिक्षक और कर्मियों के पांच माह के वेतन का भुगतान सुनिश्चित हो जाता, लेकिन इसके लिए शाशी निकाय यानि तदर्थ समिति का अनुमोदन जरूरी है। बैठक में ही अनुदान की निर्धारित राशि से वेतन भुगतान का निर्णय होना है। बताते हैं कि यहां तो पिछले दो वित्तीय वर्ष के लेखा जोखा का जांच भी अभी तक सुनिश्चित नहीं हो पाया है। शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मी शाशी निकाय (तदर्थ समिति) के बैठक का इंतजार कर रहे हैं। शिक्षक प्रतिनिधि विपिन बिहारी सिंह ने कहा कि होली के समय शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षरयुक्त पत्र प्राचार्य को देकर कॉलेज के खाता में जमा निधि से वेतन के मद में भुगतान करने की मांग की थी, लेकिन कोई नतीजा सामने नहीं आया। तदर्थ समिति की बैठक के लिए प्रयास जारी है, ताकि अनुदान की राशि से वेतन का भुगतान हो सके। बताते हैं कि शाशी निकाय में अध्यक्ष के पद पर स्थानीय विधायक ढुलू महतो, एसडीएम सुरेंद्र कुमार, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि डॉ. एलबी पालिवार, शिक्षक प्रतिनिधि विपिन बिहारी सिंह शामिल हैं।

वहीं प्राचार्य सुनील कुमार ने इस संबंध में कुछ भी बोलने पर असमर्थता जताते हुए कहा कि फिलहाल वह बीमार हैं। प्रभारी प्राचार्य डॉ. बिनोद कुमार सिंह ने कहा कि अनुदान की राशि से वेतन के भुगतान की लंबी प्रक्रिया है। फिलहाल कॉलेज के खाता से भुगतान के लिए लेखापाल को वेतन बनाकर लाने को कहा गया था, लेकिन वह नहीं लाया। कॉलेज बंद है तथा इसमें कोविड सेंटर है। विश्वविद्यालय प्रतिनिधि डॉ. एलबी पालिवार ने कहा कि शाशी निकाय की बैठक बुलाकर जल्द वेतन भुगतान कराया जाएगा।

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