धनबाद में 2598 पारा शिक्षक गए हड़ताल पर, 745 स्कूलों में लटका ताला
स्थायीकरण समेत अन्य मांगें पूरी नहीं होने और प्रदर्शन कर रहे पारा शिक्षकों पर लाठीचार्ज के विरोध में शनिवार को पारा शिक्षक पूर्णरूप से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए।
जागरण संवाददाता, धनबाद: स्थायीकरण समेत अन्य मांगें पूरी नहीं होने और प्रदर्शन कर रहे पारा शिक्षकों पर लाठीचार्ज के विरोध में शनिवार को पारा शिक्षक पूर्णरूप से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। जिले के 2598 पारा शिक्षक हड़ताल पर रहे। इसकी वजह से 745 स्कूलों में ताला लटक गया।
कुल 2869 पारा शिक्षक इस समय में जिले में कार्यरत हैं। हड़ताल की वजह से सबसे अधिक प्रभावित नया प्राथमिक विद्यालय हुए हैं। दरअसल 645 नया प्राथमिक विद्यालय पूरी तरह से पारा शिक्षकों के भरोसे है। सबसे अधिक गोविंदपुर प्रखंड में 575 पारा शिक्षक हड़ताल पर रहे। टुंडी और पूर्वी टुंडी में शतप्रतिशत पारा शिक्षक हड़ताल पर रहे। टुंडी में कार्यरत 360 में से 359 और पूर्वी टुंडी में 169 में से 169 पारा शिक्षक शनिवार को हड़ताल रहे। टुंडी में 200 तो गोविंदपुर में 142 विद्यालय बंद रहे। इसकी वजह से लगभग दो लाख बच्चे प्राथमिक शिक्षा और मध्याह्न भोजन दोनों से वंचित रहे।
कहां कितने पारा शिक्षक हड़ताल पर रहे
प्रखंड कार्यरत हड़ताल बंद स्कूल
बाघमारा 390 303 62
बलियापुर 335 329 72
धनबाद 196 155 60
गोविंदपुर 604 575 142
झरिया 138 105 11
निरसा 372 350 98
तोपचांची 305 253 48
टुंडी 360 359 200
पूर्वी टुंडी 169 169 52
कुल 2869 2598 745
"शनिवार को 2598 पारा शिक्षक हड़ताल पर रहे। इसकी वजह से 745 स्कूलों में पढ़ाई बाधित रही। राज्य परियोजना निदेशक के निर्देश के आलोक में सोमवार को सभी प्रखंड के बीईईओ के साथ बैठक कर विकल्प तलाशने का प्रयास किया जाएगा। कोशिश की जाएगी कि जिस प्रखंड में स्कूल बंद हैं, वहीं के नियमित शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया जाए। बच्चों की पढ़ाई को लेकर विभाग गंभीर है।"
- डॉ.माधुरी कुमारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा अभियान
पारा शिक्षकों ने सभी प्रखंडों में फूंका सीएम का पुतला: झारखंड एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले धनबाद, बाघमारा, गोविंदपुर, बलियापुर सहित सभी प्रखंडों में मुख्यमंत्री रघुवर दास का फूंका गया। धनबाद प्रखंड के पारा शिक्षकों रणधीर वर्मा चौक पर प्रखंड अध्यक्ष मनोज राय एवं सचिव रविंद्र नाथ महतो के नेतृत्व में सीएम का पुतला फूंका। मनोज राय ने कहा कि झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर निहत्थे पारा शिक्षकों पर पुलिस ने लाठी चलाई, निर्दोष पारा शिक्षकों को जेल में डाला गया। वह सरासर दमनकारी नीति है। सरकार जल्द से जल्द शिक्षकों को जेल से रिहा करे, अन्यथा उग्र आदोलन होगा। सचिव रविंद्र नाथ महतो ने कहा कि रघुवर सरकार अगर जल्द से जल्द निर्दोष पारा शिक्षकों को रिहा नहीं करती है तो आने वाले समय में भाजपा को खदेड़ने का काम पारा शिक्षक ही करेंगे।
मौके पर मिनी कुमारी, अशोक चक्रवर्ती, रंजीत महतो, गोरखनाथ गुप्ता, शंभू शर्मा, कुमारी सुनीता, सरिता स्वर्णकार, रंजू कुमारी, रेखा, रिंकू, चंदना दे, सर्वजीत पाल, दुधेश्वर राम, रामाशकर राम, दिलीप रजक, जगदीश पंडित, नारायण झा, तपन महतो, राजेश महतो, चितरंजन सिंह, देवनारायण महतो, मनोज साहनी, सुनील महतो, मनोज शर्मा, विजय प्रसाद, विजय राम, राधेश्याम वर्मा, सुरेंद्र राम, वरुण गोप, श्यामल मंडल, गणेश शर्मा, मनोज चौहान, संतोष मिश्रा, हेमंत सिंह, दिलीप रवानी मौजूद थे।