Dhanbad Railway Station के पार्सल ऑफिस में विजिलेंस का छापा, सामानों का वजन शुरू होते ही खुलने लगी घपले की पोल

धनबाद के रेलवे पार्सल में अनियमितता की शिकायत धनबाद से हाजीपुर और दिल्ली तक हो चुकी है। पार्सल से जुड़े कारोबारियों ने मंडल के अधिकारी समेत पूर्व मध्य रेल मुख्यालय के अधिकारी तक का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद छापेमारी हुई है।

By MritunjayEdited By: Publish:Mon, 23 Aug 2021 12:54 PM (IST) Updated:Mon, 23 Aug 2021 12:54 PM (IST)
Dhanbad Railway Station के पार्सल ऑफिस में विजिलेंस का छापा, सामानों का वजन शुरू होते ही खुलने लगी घपले की पोल
धनबाद रेलवे स्टेशन का पार्सल ऑफिस ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद के रेलवे पार्सल कार्यालय में विजिलेंस का छापा पड़ा है। हाजीपुर से आई दो सदस्यीय विजिलेंस टीम के पहुंचते ही पार्सल में खलबली मई है। विजिलेंस अधिकारियों ने पार्सल में रखे गए सामानों की जांच शुरू की। इसके साथ ही उनका वजन कराना भी शुरू किया। वजन शुरू होते ही गड़बड़ी की पोल खुलने लगी है। बाबुओं ने पार्सल के बिल में सामान का जो वजन लिखा है, उस सामान का वजह कर मिलान कराने पर काफी अंतर मिल रहा है। इससे साफ है कि पार्सल बाबुओं की मिलीभगत से ज्यादा वजन वाले सामान कम वजन बताकर ट्रेनों के पार्सल से भेजे जा रहे हैं। सुबह जितनी ट्रेनों से सामान उतारे गए हैं। सभी का वजन कर बिल से मिलान का काम जारी है। जिनमें गड़बड़ी मिल रही है, उनकी रिपोर्ट संबंधित जोन और रेल मंडल के अधिकारियों को भी भेजी जाएगी।

दोषियों के खिलाफ पेनाल्टी की तैयारी

रेलवे के विभागीय सूत्रों का कहना है इस मामले में बड़ा पेनाल्टी लगाने की बात कही जा रही है। इससे पहले पिछले महीने भी विजिलेंस का छापा पड़ा था। गड़बड़ी भी उजागर हुई थी। विजिलेंस की कार्रवाई के बाद धनबाद रेल मंडल की एंटी फ्राड स्क्वाड ने भी छापेमारी की थी। नौ जुलाई को हावड़ा से जबलपुर जानेवाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस में सहायक वाणिज्य प्रबंधक की अगुवाई में हुई छापेमारी में छह क्विंटल बिना बुक कराया गया सामान पकड़ा गया था। रेलवे ने साढ़े छह हजार का जुर्माना भी वसूला था। छापे की कार्रवाई भी होनी थी। सुबह-सुबह एंटी फ्राड स्क्वाड पहुंची भी थी पर सूचना लिक हो जाने से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा था।

धनबाद से हाजीपुर और दिल्ली तक हो चुकी शिकायत

धनबाद के रेलवे पार्सल में अनियमितता की शिकायत धनबाद से हाजीपुर और दिल्ली तक हो चुकी है। पार्सल से जुड़े कारोबारियों ने मंडल के अधिकारी समेत पूर्व मध्य रेल मुख्यालय के अधिकारी तक का दरवाजा खटखटाया है। यह भी बताया है कि पार्सल में वर्षों से जमे कर्मचारी के कारण व्यापारियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

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