खनन से दोगुनी जमीन पर पौधरोपण करती है कोल इंडिया
कोल इंडिया प्रति हेक्टेयर खनन के एवज में 2.4 हेक्टेयर जमीन पर पौधरोपण करती है। यह जानकारी कोल इंडिया मुख्यालय की ओर से गुरुवार को पृथ्वी दिवस पर जारी की गई है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : कोल इंडिया प्रति हेक्टेयर खनन के एवज में 2.4 हेक्टेयर जमीन पर पौधरोपण करती है। यह जानकारी कोल इंडिया मुख्यालय की ओर से गुरुवार को पृथ्वी दिवस पर जारी की गई है। पृथ्वी दिवस पर कोल इंडिया मुख्यालय ने जारी ज्ञापन में कहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर कार्बन सिक बनाने में कंपनी ने महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कंपनी अब तक 32,380 हेक्टेयर जमीन पर खनन कर चुकी है। इसमें कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों की ओर से चल रहा खनन शामिल है। इसके एवज में कंपनी ने 39,000 हेक्टेयर जमीन पर पौधरोपण किया है। इतनी जमीन पर कंपनी ने 100 मिलियन पौधे लगाए हैं।
इस प्रकार प्रति हेक्टेयर खनन पर 2.4 हेक्टेयर जमीन पर कोल इंडिया व उसकी अनुषंगी कंपनियों की ओर से लगाए गए वन आच्छादित है। कंपनी ने अब तक 18,890 हेक्टेयर जमीन को पुन: जैविक रूप से प्राप्त कर लिया है। इस प्रकार 1,85,000 टन कार्बन डायऑक्साइ का अतिरिक्त कार्बन सिक बनाया गया है। केंद्रीय कोयला मंत्री ने भी कोल इंडिया की इस उपलब्धि पर बधाई दी है।
धनबाद में भी कई उपलब्धि : धनबाद में भी कंपनी ने पर्यावरण के दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इसके तहत ओवरबर्डन के ढेरों पर पुन: हरियाली लाने व उसे पार्क के रूप में विकसित करने का कार्य किया गया है। गोकुल पार्क, पारसनाथ पार्क इसके उदाहरण हैं।
वर्जन
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वास्तव में यह उपलब्धि महत्वपूर्ण है। इसे बनाए रखें कोल इंडिया, हमें मां प्रकृति को वापस देने का संकल्प लेना चाहिए।
प्रह्लाद जोशी, कोयला मंत्री, भारत सरकार