Indian Railways: दुरंतो एक्सप्रेस की डरी सहमी महिला यात्री ने कहा ट्रेन में चोर घुस आया है, आरपीएफ बोली- अब गया में होगी कार्रवाई

मैं अपने पिता के साथ भुवनेश्वर से आनंदविहार जानेवाली दुरंतो एक्सप्रेस में सफर कर रही हूं। हमलोग फर्स्ट एसी के एच-वन कोच में हैं। कोच का दरवाजा बंद नहीं हो रहा है। कोई अटेंडेंट भी नहीं है। डब्बे में चोर घुस आया है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 04:50 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 04:50 PM (IST)
Indian Railways: दुरंतो एक्सप्रेस की डरी सहमी महिला यात्री ने कहा ट्रेन में चोर घुस आया है, आरपीएफ बोली- अब गया में होगी कार्रवाई
मैं अपने पिता के साथ भुवनेश्वर से आनंदविहार जानेवाली दुरंतो एक्सप्रेस में सफर कर रही हूं। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, धनबाद: मैं अपने पिता के साथ भुवनेश्वर से आनंद विहार जानेवाली दुरंतो एक्सप्रेस में सफर कर रही हूं। हमलोग फर्स्ट एसी के एच-वन कोच में हैं। कोच का दरवाजा बंद नहीं हो रहा है। कोई अटेंडेंट भी नहीं है। डब्बे में चोर घुस आया है। उसने पापा का मोबाइल चुराने की भी कोशिश की। ये अल्फाज हैं प्रियंका के जो उन्होंने ट्विटर पर लिखे हैं। रेलवे की व्यवस्था पर सवाल भी उठाया है। लिखा है कि प्रथम श्रेणी के कोच के दरवाजे भी नहीं लग रहे हैं। भारतीय रेल की ऐसी दुर्दशा है और इस परिस्थिति में प्रथम श्रेणी का किराया चुकाकर सफर करना पड़ रहा है। वाकया एक अगस्त को भुवनेश्वर से आनंद विहार जाने वाली दुरंतो एक्सप्रेस से जुड़ा है। महिला यात्री के ट्वीट ने रेलवे की सुरक्षा बंदोबस्त को आइना दिखा दिया है। जरा सोचिए, फर्स्ट एसी जैसी प्रीमियम श्रेणी में महंगे किराए के साथ सफर करने के बाद भी खौफ के साये में रहना पड़ रहा है। दुरंतो जैसी वीआइपी श्रेणी की ट्रेन में न तो अटेंडेंट हैं और न ही रनिंग ट्रेन में चलने वाले सुरक्षा स्क्वाड।

खुद को असुरक्षित मानकर महिला यात्री ने किया 139 पर काल

ट्रेन में दरवाजा न लगने और उसी कोच में चोर के मंडराने से घबराई महिला यात्री ने रेलवे की हेल्पलाइन नंबर 139 पर भी काल किया। 139 पर काल करने पर आरपीएफ ने सक्रियता तो दिखाई पर किया क्या, यह भी जानिए। उस डरी सहमी महिला को आरपीएफ ने ट्वीट कर कहा कि आपने जिस वक्त शिकायत की, उस वक्त ट्रेन कोडरमा स्टेशन से गुजर चुकी थी। अब दुरंतो एक्सप्रेस अगला ठहराव गया स्टेशन पर होगा। गया को इत्तला कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई नहीं होगी।

कोडरमा से 76 किमी दूर है गया

कोडरमा से गया की दूरी 76 किमी है। इस रेलखंड पर पहाड़ी चट्टानों के गिरने का खतरा है और पूरा इलाका घने जंगलों वाला है। तत्काल सुरक्षा मुहैया कराने के बजाय बिना सुरक्षा के खौफजदा महिला को आरपीएफ का संदेश कितना सुकून दे सकता है। यह खुद समझ सकते हैं।

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