ऐसे मरीज से तो तो अस्पताल ही हो जाएगा बीमार, आशिक मिजाज पेशेंट को Dumka Medical College & Hospital से जबरन बाहर किया गया
लल्ला दास को 23 सितंबर को हादसे में पैर में फैक्चर होने की वजह से भर्ती कराया गया था। काफी सुधार के बाद अस्पताल प्रबंधन ने छह अक्टूबर को उसे छुटटी दे दी लेकिन युवक घर जाने की बजाए बेड पर डटा रहा।
जागरण संवाददाता, दुमका। हादसे में जख्मी हुए जरमुंडी के लल्ला दास को मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां अन्य मरीजों के साथ रहने वाली महिला और नर्स के साथ छेडख़ानी करना उसे महंगा पड़ गया। छुटटी मिलने के बाद भी वह एक सप्ताह से बेड पर डटे युवक को अस्पताल प्रबंधन ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। उसकी हरकत से सर्जरी वार्ड की सभी महिलाएं परेशान थीं। इस मामले की दुमका में खूब चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि ऐसे आशिक मिजाज पेशेंट अस्पताल में आएंगे तो अस्पताल ही बीमार पड़ जाएगा।
लल्ला दास को 23 सितंबर को हादसे में पैर में फैक्चर होने की वजह से भर्ती कराया गया था। काफी सुधार के बाद अस्पताल प्रबंधन ने छह अक्टूबर को उसे छुटटी दे दी लेकिन युवक घर जाने की बजाए बेड पर डटा रहा। एक सप्ताह से वह वार्ड में भर्ती मरीजों के साथ रहने वाली महिलाओं को परेशान कर रहा था। कभी किसी युवती का जबरन हाथ पकड़ लेता और कभी उनके पास जाकर बैठ जाता। यहां तक वार्ड में मरीजों की सेवा करने वाली नर्स के साथ छेडख़ानी करने की कोशिश करता। तीन दिन पहले उसे गंदी हरकत की वजह से डांटा गया था लेकिन उसकी आदत नहीं सुधरी। बुधवार को फिर नर्स से छेडख़ानी की सूचना मिलने पर कर्मचारी भड़क गए और पिटाई करने की बजाए जबरन घर भेजने के लिए मुख्य द्वार से बाहर कर दिया। अधीक्षक डा. रवींद्र कुमार का कहना है कि युवक की गंदी हरकत की वजह से उसे अस्पताल से बाहर कर दिया गया है। मरीज होने के नाते किसी तरह की कार्रवाई नहीं की।