UPSC Result 2020: दुमका के दलजीत ने हासिल किया 114वां रैंक, देवघर की भावना भी हुई सफल

UPSC Result 2020 संघ लोक सेवा आयोज सिविल सर्विसेज की परीक्षा में दुमका के दलजीत कुमार ने 114वां रैंक हासिल किया है। दलजीत के पिता का नाम तपेश्वर दास और मां का नाम सुजीता देवी है। दुमका के राखाबनी मोहल्ला में रहते हैं।

By MritunjayEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 11:19 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 11:32 PM (IST)
UPSC Result 2020: दुमका के दलजीत ने हासिल किया 114वां रैंक, देवघर की भावना भी हुई सफल
दुमका निवासी दलजीत कुमार ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, दुमका। दुमका में पले-बढ़े दलजीत कुमार ने यूपीएससी में 114वां रैंक लाकर सफलता हासिल की है। दलजीत ने यह सफलता पांचवीं बार में हासिल किया है। दलजीत ने अपनी प्राथमिक पढ़ाई दुमका के रामकृष्ण आश्रम स्कूल से की है। इंटर की पढ़ाई भी दुमका के संताल परगना कालेज से पूरा किया। फिर आइआइटी रूड़की से बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी में लगे थे। 

दलजीत के पिता का नाम तपेश्वर दास और मां का नाम सुजीता देवी है। अत्यंत साधारण परिवार के दलजीत का पैतृक घर बिहार के भागलपुर जिला का सलेमपुर गांव है। फिलहाल दुमका के राखाबनी मोहल्ला में रहते हैं। अपने पुत्र की सफलता पर तपेश्वर दास और सुजीता देवी काफी खुश हैं। कहा कि यह दुमका के लिए सम्मान और हर्ष का विषय है। पुत्र ने यूपीएससी की परीक्षा में युवा सफलता हासिल कर सपना साकार किया है। सीमित संसाधनों के बावजूद वह सफलता की बुलंदी को छू लिया है। इधर दलजीत ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और साथियों को देते हुए कहा कि लगातार सही दिशा में प्रयास करने से सफलता जरूर मिलती है। धैर्य रखना सबसे अहम है। छह से सात घंटे की तैयारी करके सफल हो सकते हैं बशर्ते की तैयारी सही दिशा में की जाए। दलजीत फिलहाल आद्रा में आइआरटीएस सेवा में हैं।

देवघर की भावना को मिला 376वां स्थान

यूपीएससी के परीक्षा परिणाम में 376 वां स्थान लाकर देवघर की भावना ने अपने परिवार का सपना साकार किया है। देवघर का मान बढ़ाया है। स्नातक और स्नातकोत्तर में गोल्ड मैडलिस्ट भावना ने पहली बार में ही यूपीएससी में अपना परचम लहरा दी। दैनिक जागरण से बातचीत करते भावना ने कहा कि कठोर परिश्रम, लक्ष्य के प्रति एकाग्रता और दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो सफलता मिलना तय है। स्व. सुनील कुमार दुबे की एकलौती संतान भावना की सफलता पर मां नीलम दुबे फूले नहीं समा रही है। सबसे बड़ी बात यह कि किसी कोचिंग संस्थान की दहलीज पर गए घर से तैयारी कर यह जता दिया कि परिश्रम करने से सफलता मिलती है, चाहे वह घर हो या घर से बाहर रहकर पढ़ना। संत फ्रांसिस स्कूल से 95 फीसद अंक से दसवीं उत्तीर्ण होने के बाद बाजला कालेज में दाखिला ली। यहां से अंग्रेजी में स्नातक की। और स्नातकोत्तर की पढ़ाई देवघर कालेज से पूरी की। स्नातक में 72 और स्नातकोत्तर में 81 फीसद अंक लायी।

तीन साल से कर रही थी यूपीएससी की तैयारी

भावना ने कहा कि तीन साल से वह यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। यह पूछने पर कि पढ़ाई के साथ साथ यूपीएससी की तैयारी कैसे कर ली। बताया कि 2020 में एमए की पढ़ाई पूरी की लेकिन स्नातक करने के बाद से ही तैयारी में जुट गयी थी। कोविड काल होने के कारण कालेज जाने का कम मौका मिला और दस घंटा समय इसके लिए निकालने लगी। करेंट अफेयर्स के लिए अंग्रेजी समाचार पत्र, पत्रिका पढ़ने लगी। एनसीईआरटी से तो आरंभ से ही तैयारी कर रही थी। देवघर के जसीडीह स्थित बाघमारा की रहने वाली भावना की सफलता की खुशी की खबर मिलने पर मां नीलम दुबे, मौसा अरूण कुमार मिश्रा और मौसी पूनम देवी ने मिठाई खिलाकर आर्शीवाद दिया।

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