डॉ. वेणु को मिला मुआवजा, डॉ लाल का मामला अटका

जिले में कोरोना ड्यूटी के दौरान मारे गए दो डॉक्टरों को केंद्र सरकार की ओर से मुआवजा की प्रक्रिया पूरी हो गई है। एसएनएमएमसीएच के पीएसएम विभाग में कार्यरत डॉ वेणु चौधरी के स्वजनों मुआवजा मिला गया है। वहीं धनबाद के ईएसआइ अस्पताल में कार्यरत बोकारो के डॉक्टर एसडी झा स्वजनों को भी जल्द मुआवजा मिल जाएगा। हालांकि गोविंदपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक डॉ एसएस लाल के मुआवजा की स्थिति स्पष्ट नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 04:53 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 04:53 AM (IST)
डॉ. वेणु को मिला मुआवजा, डॉ लाल का मामला अटका
डॉ. वेणु को मिला मुआवजा, डॉ लाल का मामला अटका

जागरण संवाददाता, धनबाद : जिले में कोरोना ड्यूटी के दौरान मारे गए दो डॉक्टरों को केंद्र सरकार की ओर से मुआवजा की प्रक्रिया पूरी हो गई है। एसएनएमएमसीएच के पीएसएम विभाग में कार्यरत डॉ वेणु चौधरी के स्वजनों मुआवजा मिला गया है। वहीं धनबाद के ईएसआइ अस्पताल में कार्यरत बोकारो के डॉक्टर एसडी झा स्वजनों को भी जल्द मुआवजा मिल जाएगा। हालांकि गोविंदपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक डॉ एसएस लाल के मुआवजा की स्थिति स्पष्ट नहीं है। अधिकारियों की मानें तो डॉक्टर लाल की कोरोना रिपोर्ट पर मामला फंसा है। डॉ. लाल की मौत के बाद एंटी रैपिड किट व ट्रूनेट किट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। लेकिन आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इस कारण उनका मुआवजा रोक दिया गया है। इस पर विभागाीय मंथन चल रहा है। दैनिक जागरण ने कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान मारे गए डॉक्टरों को मुआवजा को लेकर कई बार आवाज उठाई थी। अखबार की कटिग को स्वजनों ने मुख्यमंत्री सहित स्वास्थ्य मंत्री से अवगत कराया था। डॉ लाल : ड्यूटी से लौटने के बाद घर में हुई थी मौत

21 नवंबर 2020 को गोविदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर एसएस लाल की मौत हो गई थी। वे 52 साल के थे। गोविदपुर में ड्यूटी करके वह अपने घर कतरास के रेलवे क्वार्टर में गए। शनिवार की सुबह उनका मृत शरीर मिला। मौत के बाद उनकी एंटी रैपिड किट से जांच हुई। इसमें वह पॉजिटिव आ गए। फिर ट्रूनेट जांच की गई, इसमें भी वह पॉजिटिव मिले। शव को कोविड गाइडलाइन के तहत पटना ले जाया गया। इस बीच उनकी आरटीपीसीआर जांच एसएनएमएमसीएच में हुई। जिसमें वह निगेटिव आ गए। अब विभाग का कहना है कि मुआवजा के लिए आरटीपीसीआर जांच पॉजिटिव होना चाहिए। डॉ झा की बोकारो व डॉ वेणू की रांची में मौत

डॉ एसडी झा झारखंड स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक थे, जो ईएसआइ के जोड़ापोखर स्थित अस्पताल में तैनात थे। 21अगस्त 2020 को वे कोरोना संक्रमित हुए थे। 24 अगस्त को उनकी मौत हो गई थी। विभाग द्वारा जल्द ही उन्हें मुआवजा देने की बात की जा रही है। वहीं डॉ वेणू चौधरी की मौत रांची में इलाज के दौरान 28 अगस्त को हो गई थी। आइएमए की रही महत्वपूर्ण भूमिका

मुआवजा के लिए लगातार आइएमए मुख्यमंत्री व सचिव से मांग करता रहा है। प्रदेश अध्यक्ष डॉ एके सिंह ने बताया कि कोरोना सेवा देते हुए हमारे कई चिकित्सक की मौत हो गई। सरकार को चाहिए कि उन्हें वादे के अनुसार सम्मान दिया जाए। डॉ. लाल के मामले को एक बार फिर से जिला प्रशासन व सरकार के समक्ष रखा जाएगा।

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