डॉ. श्याम किशोर धनबाद के नए सिविल सर्जन, Coronavirus Third Wave से निपटने की तैयारी बड़ी चुनौती
नए सिविल सर्जन डॉ. श्याम किशोर ने बताया कि कोरोनावायरस की तीसरी लहर से निपटने के लिए टीकाकरण की भी अहम भूमिका है। अब वैसे जगहों को भी टीकाकरण के लिए चिन्हित किया जाएगा जहां पर कोई केंद्र नहीं बन पाए हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएं, इसके लिए विशेष तैयारी की जाएगी। शहरी क्षेत्र को जहां विकसित किया जाएगा, वही ग्रामीण क्षेत्रों तक चिकित्सकीय सुविधाएं पहुंचाई जाएंगी। जिला प्रशासन के सहयोग से जहां कमियां होगी, उसे पूरी की जाएगी। फिलहाल कोरोना वायरस की लहर को लेकर धनबाद में विशेष तैयारियां की जाएंगी। यह बातें धनबाद के नई सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत ने जागरण से विशेष बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर को देखते हुए अस्पतालों में एनआइसीयू बच्चों के लिए जल्द तैयार तयार किए जाएंगे। सदर अस्पताल को विकसित किया जाएगा ताकि यहां पर सभी प्रकार के बीमारियों का इलाज हो सके साथ ही बच्चों के लिए बेहतर सेवा प्रदान किया जा सके। उन्होंने बताया कि धनबाद काफी आबादी वाला जिला है, ऐसे सदर अस्पताल को और बेहतर दया जाएगा इसके साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को सुदृढ़ किया जाएगा, ताकि गरीब मरीजों का अधिक से अधिक इलाज स्वास्थ्य केंद्रों में हो पाए।
टीकाकरण के लिए बेहतर होगी तैयारी
सिविल सर्जन ने बताया कि कोरोनावायरस की तीसरी लहर से निपटने के लिए टीकाकरण की भी अहम भूमिका है। अब वैसे जगहों को भी टीकाकरण के लिए चिन्हित किया जाएगा, जहां पर कोई केंद्र नहीं बन पाए हैं। बुजुर्ग, दिव्यांग जनों और गर्भवती महिलाओं के लिए भी अलग से टीकाकरण केंद्र खोले जाएंगे। टीकाकरण के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों व्यवस्थाएं चलती रहेगी। उन्होंने बताया कि यदि अधिक से अधिक लोग टीकाकरण से जुड़ जाएं, तब हम तीसरी लहर से लड़ने के लिए मजबूत हो सकते हैं।
मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक भी बदल गए
इधर जिले के सबसे बड़े अस्पताल एसएसएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ अरुण कुमार चौधरी हटा दिए गए हैं। उनके जगह पर सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अरुण कुमार बरनवाल को अधीक्षक बनाया गया है। बरनवाल ने बताया कि एसएसएमएमसीएच गरीबों का अस्पताल है। ऐसे में पीएमसीएच में जो कमियां हैं उसे दूर की जाएंगी। हाल के दिनों में जो घटनाएं हुई हैं उसकी पुनरावृत्ति नहीं हो इसकी व्यापक तैयारियां की जाएंगी। इसके लिए एक प्लान तैयार किया जा रहा है। ताकि मरीजों को इलाज के साथ ही बेहतर सुरक्षा मिल पाए। इमरजेंसी को अलर्ट मोड में रखा जाएगा ताकि यहां आने वाले मरीजों का समय पर इलाज मिल पाए।