Dhanbad: डाॅ. संजीव कुमार बनाए गए जिला टीकाकरण पदाधिकारी
डॉक्टर संजीव कुमार जिला टीकाकरण पदाधिकारी बनाए गए हैं। इससे पहले मेडिकल कॉलेज में स्त्री एवं प्रसूति विभाग में सीनियर रेजिडेंट के पद पर कार्यरत थे। वह 3 वर्ष के कार्यकाल खत्म होने के बाद वह अपने मूल पद जिला टीकाकरण अधिकारी पर वापस आ गए हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद: डॉक्टर संजीव कुमार जिला टीकाकरण पदाधिकारी बनाए गए हैं। इससे पहले मेडिकल कॉलेज में स्त्री एवं प्रसूति विभाग में सीनियर रेजिडेंट के पद पर कार्यरत थे। वह 3 वर्ष के कार्यकाल खत्म होने के बाद वह अपने मूल पद जिला टीकाकरण अधिकारी पर वापस आ गए हैं। सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत के समक्ष उन्होंने अपना पदभार ग्रहण किया। फिलहाल जिला टीकाकरण पदाधिकारी के पद पर डॉ विकास राणा सेवा दे रहे थे। दूसरी और डॉक्टर संजीव के पदभार ग्रहण करने के बाद इसका विरोध भी होने लगा है। चिकित्सकों का एक गुट का कहना है सीनियर रेजिडेंट के कार्यकाल खत्म होने के बाद रांची मुख्यालय की ओर से जॉइनिंग करानी होती है। लेकिन जिला स्तर से यह जॉइनिंग कराई गई है। फिलहाल अभी कोई स्पष्ट नहीं बता पा रहा है।
दूसरी लहर में जिला प्रशासन ने की थी प्रतिनियुक्ति
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में तत्कालीन उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने कई बदलाव किए थे। कोरोना संक्रमण में बेहतर मैनेजमेंट के लिए उन्हें जाना जाता है। इसी के साथ उन्होंने डॉक्टर विकास राणा को जिला टीकाकरण पदाधिकारी बनाया था। धनबाद में अब तक 13 लाख से ऊपर लोग टीकाकरण से जुड़ गए हैं। पूरे राज्य में धनबाद का तीसरा स्थान है। हालांकि अब टीकाकरण पदाधिकारी बदला गया है।
विभाग में है पदाधिकारियों की भारी कमी
स्वास्थ विभाग में फिलहाल पदाधिकारियों की काफी कमी है। कई विभाग पदाधिकारी कहीं चल रहे हैं। ऐसे में विभागों में कामकाज ठप है। चिकित्सकों की कमी होने के दूसरे जगहों से प्रतिनियुक्ति पर लाए जा रहे हैं। दूसरी ओर सदर अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है। पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग डॉक्टरों को प्रतिनियुक्ति और स्थापना करके सदर अस्पताल में लाया गया है।