SNMMCH के डॉक्‍टर ने अधूरे में छोड़ा मरीज का ऑपरेशन; ज‍िदंगी व मौत के बीच जूझ रहा वीरेंद्र

अपनी अव्यवस्था के कारण सुर्खियों में रहने वाला एसएनएमएमसीएच में एक बार फिर चिकित्सकों की उदासीनता देखने को मिली है। डुमरी आए 37 वर्षीय मरीज का महतो हर्निया ऑपरेशन के दौरान सीनियर डॉक्टर नहीं आने की वजह से ऑपरेशन अधूरा ही छोड़ दिया गया।

By Atul SinghEdited By: Publish:Thu, 12 Aug 2021 02:59 PM (IST) Updated:Thu, 12 Aug 2021 03:40 PM (IST)
SNMMCH के डॉक्‍टर ने अधूरे में छोड़ा मरीज का ऑपरेशन; ज‍िदंगी व मौत के बीच जूझ रहा वीरेंद्र
सीनियर डॉक्टर नहीं आने की वजह से ऑपरेशन अधूरा ही छोड़ दिया गया। (प्रतीकात्‍म तस्‍वीर)

जागरण संवादाता, धनबाद: अपनी अव्यवस्था के कारण सुर्खियों में रहने वाला एसएनएमएमसीएच में एक बार फिर चिकित्सकों की उदासीनता देखने को मिली है। डुमरी आए 37 वर्षीय मरीज का हर्निया ऑपरेशन के दौरान सीनियर डॉक्टर नहीं आने की वजह से ऑपरेशन अधूरा ही छोड़ दिया गया। मरीज को दोबारा सर्जिकल आईसीयू में भर्ती करा दिया गया। अब आगे डॉक्टर ऑपरेशन कब करेंगे इसकी भी कोई अस्पष्ट जानकारी स्वजनों को नहीं मिल रही है। दूसरी और मरीज जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। हालांकि सूचना पाकर एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ अरुण कुमार वर्णवाल मरीज से मिले और संबंधित डॉक्टर को जल्द ऑपरेशन पूरा करने का निर्देश दिया। फिलहाल मरीज सर्जिकल आईसीयू के बेड नंबर 5 में भर्ती है।

हर्निया की शिकायत पर एसएनएमएमसीएच में आया था वीरेंद्र

वीरेंद्र महतो को हर्निया की शिकायत थी। इससे वह काफी वह परेशान रहता था। डुमरी के विधायक सह मंत्री जगरनाथ महतो के लोगों ने मरीज को एसएनएमएमसीएच धनबाद भेजा था। मंगलवार 10 अगस्त को वीरेंद्र महतो का ऑपरेशन किया गया। लेकिन बताया जाता है कि ऑपरेशन के दौरान सीनियर डॉक्टर नहीं आए थे। इसके कारण जूनियर डॉक्टर ने ही हर्निया का ऑपरेशन शुरू कर दिया। ऑपरेशन के दौरान पाया गया कि उनके पेट की आंत कुछ जगह खराब हो गई है। इसका भी ऑपरेशन जरूरी है। लेकिन सीनियर डॉक्टर के नहीं होने के कारण हर्निया और आंत का ऑपरेशन भी पूरा नहीं हो पाया।

सूचना के बाद अभी तक पहुंचे मरीज के पास

ऑपरेशन अधूरा होने के बाद इसकी शिकायत अधीक्षक डॉ अरुण कुमार वर्णवाल से की गई। इसके बाद अधीक्षक ने सर्जिकल वार्ड जाकर मरीज की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सीनियर डॉक्टरों को तलब किया। उन्होंने बताया कि मरीज को इलाज में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए। सीनियर डॉक्टरों को चेताया गया है ,अगर ऐसा होता है तो संबंधित डॉक्टरों पर कार्रवाई की जाएगी।

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