क्या प्याज और किचन से फैल रहा ब्लैक फंगस ? SNMMCH के अधीक्षक की जानिए राय
ब्लैक फंगस पहले से ही हमारे आसपास मौजूद है। यह कोई नई बीमारी नहीं है। ऐसे लोगों को ज्यादा संक्रमित करता है जिनकी शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। बिल्कुल उसी तरह जिस तरह टीबी के बैक्टीरिया होते हैं।
धनबाद, जेएनएन। ब्लैक फंगस को लेकर पूरे देश भर में गहमागहमी है। इससे संक्रमित होने वाले कुछ लोगों की जान भी चली गई है तो कई लोग कुछ भी हो चुके हैं। लेकिन इन सबके बीच चौकाने वाली बात यह है कि ब्लैक फंगस पहले से ही आपके और हमारे घरों में विद्यमान है। जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएनएमएमसीएच के अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार चौधरी के अनुसार ब्लैक फंगस सबसे ज्यादा खाने वाले पदार्थ में प्याज में पाया जाता है। इससे संक्रमण की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। लोगों का सावधानी बरतने की जरूरी है।
डॉ. चाैधरी ने बताया कि बाजार से जब प्याज लेकर हम अपने घर लाते हैं तो कई बार प्याज में एक काले रंग की परत देखने को मिलती है। अमूमन यह परत छिलके के अंदर में देखी जाती है। समान रूप से हम इसे धूल समझते हैं। लेकिन यह ब्लैक फंगस होता है। कई बार आलू में भी सड़न होने पर ब्लैक फंगस देखा जाता है। फल और सब्जियों में भी यह ज्यादा पाया जाता है। किचन में नमी वाले चीजों में भी रहता है। जिससे अभी लोग संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे ब्लैक फंगस के प्रति जागरूकता बेहद जरूरी है। हालांकि आलू और प्याज के फंगस से संक्रमण नहीं फैल पाता है। घर में फ्रीज होता है। इसके अंदर खाने-पीने की जीचें रखते हैं। फ्रीज के अंदर कई दिनों तक खाने-पीने की चीजें रखने पर उसमें फंगस लग जाता है।
शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर करता है प्रभावित
डॉ चौधरी ने बताया कि ब्लैक फंगस पहले से ही हमारे आसपास मौजूद है। यह कोई नई बीमारी नहीं है। ऐसे लोगों को ज्यादा संक्रमित करता है जिनकी शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। बिल्कुल उसी तरह जिस तरह टीबी के बैक्टीरिया होते हैं। तूने बताया कि कोरोनावायरस से ठीक होने के बाद लोगों की शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता काफी कम हो जाती है। यही वजह है कि ऐसे लोगों को यह ब्लैक फंगस तेजी से अपना निशाना बनाता है और लोग संक्रमित हो जाते हैं।
कई प्रकार के होते हैं यह फंगस
डॉक्टर चौधरी बताते हैं कि ब्लैक फंगस घर कई प्रकार के होते हैं इसमें वाइट फंगस और येलो फंगस भी होता है। यह सब्जी लकड़ियों, फल सब्जियों सहित अन्य जगहों पर पाए जा सकते हैं। जहां पर भी नमी की गुंजाइश होती है, वहां पर यह संगत तेजी से पनपते । बीमार या शारीरिक प्रतिरोधक कम क्षमता वाले लोगों में स्वच्छता का ख्याल रखना बेहद जरूरी है।