राज्य की सत्ता में है झामुमो, पर धनबाद में पार्टी की जिला कमेटी से अधिक व्यावसायिक प्रकोष्ठ सक्रिय
सत्ता में आने के बाद भी धनबाद जिला झामुमो की स्थिति बहुत ठीक नहीं है। कार्यकर्ताओं में असंतोष देखा जा सकता है। इसका परिणाम यह है कि धनबाद में जिला कमेटी से ज्यादा व्यावसायिक प्रकोष्ठ सक्रिय है। झामुमो के जिलाध्यक्ष पद पर पिछले दस सालों से रमेश टुडू विराजमान हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद: सत्ता में आने के बाद भी धनबाद जिला झामुमो की स्थिति बहुत ठीक नहीं है। कार्यकर्ताओं में असंतोष देखा जा सकता है। इसका परिणाम यह है कि धनबाद में जिला कमेटी से ज्यादा व्यावसायिक प्रकोष्ठ सक्रिय है। पार्टी के कार्यकर्ता हो या नेता, इन दिनों सभी की उम्मीद व्यावसायिक प्रकोष्ठ से ही है।
जिला झामुमो के जिलाध्यक्ष पद पर पिछले दस सालों से रमेश टुडू विराजमान हैं। जब पार्टी सत्ता में नहीं थी, तब भी झामुमो को चलाने की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी टुडू ने निभाई। साथ ही सचिव के रूप में पवन महतो सक्रिय रहे, लेकिन इन दिनों पवन महतो टुंडी विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता मथुरा प्रसाद महतो के साथ ज्यादा दिख रहे हैं। मधुपुर उपचुनाव की तैयारियों में भी पवन महतो टुंडी विधायक मथुरा महतो के साथ ही नजर आ रहे हैं। वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं और कई अन्य नेताओं का आना जाना झामुमो व्यावसायिक प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष अमितेश सहाय के यहां अधिक हो रहा है। सहाय से मिलने वालों और अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर सुबह-शाम जिले भर से लोग आते हैं। वहीं धनबाद जिले के व्यवसाय जगत में भी सहाय की मजबूत पकड़ भी देखी जा सकती है।
सीएम हाउस तक सहाय की पहुंच: व्यावसायिक प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष अमितेश सहाय की सीएम हाउस तक पहुंच है। इसका एक कारण यह भी बताया जाता है कि अमितेश के पिता एके सहाय शुरू से ही झामुमो से जुड़े रहे। पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए अमितेश सहाय ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक अपनी विश्वसनीयता कायम रखी। नतीजतन जिला कमेटी से ज्यादा व्यावसायिक प्रकोष्ठ की बात पार्टी स्तर पर सुनी जा रही है।