कश्मीर से लौट रहे मजदूर की मौत पर अलग-अलग बयान
संवाद सहयोगी मैथन जम्मू कश्मीर से मैथन लौट रहे मजदूर संजीत बाउरी की चंडीगढ़ में संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी।
संवाद सहयोगी, मैथन: जम्मू कश्मीर से मैथन लौट रहे मजदूर संजीत बाउरी की चंडीगढ़ में संदिग्ध अवस्था में हुई मौत से मैथन स्थित आमकुड़ा में मृतक के घर में शोक छाया हुआ है। मृतक की पत्नी चंपा बाउरी और बेटी प्रिया कुमारी का रो रोकर बुरा हाल है। जम्मू कश्मीर से मैथन पहुंचे अन्य युवक मृतक के बारे में अलग-अलग बयान दे रहे हैं। किसी का कहना है कि आपस में मारपीट हुई थी तो कोई ज्यादा शराब पीने से मौत होने का कारण बता रहा है। मामले का पता लगाने के लिए गुरुवार की सुबह मुखिया सुखदेव महतो के नेतृत्व में आमकुड़ा सामुदायिक भवन में ग्रामीणों की बैठक हुई। इस दौरान जम्मू कश्मीर से लौटे युवकों से मुखिया ने पूछताछ की, लेकिन सभी अलग-अलग बयान देते हुए मौत का सही कारण नहीं बता सके। निर्णय लिया गया कि मजदूरों को जम्मू-कश्मीर ले जाने वाले ठेकेदार राजकुमार तुरी, निताई बाउरी व सरफराज अंसारी मुआवजे के रूप में पीड़ित की पत्नी को 15 लाख रुपए दे। जानकारी के अनुसार इस साल अप्रैल में मैथन व आसपास से दो दर्जन से ज्यादा युवक जम्मू कश्मीर व लेह लद्दाख मजदूरी करने गए थे। 12 अक्टूबर को सभी कश्मीर से मैथन के लिए लौट रहे थे। इसी दौरान चंडीगढ़ में दिन भर रुके थे जहां ठेकेदार ने सभी मजदूरों को 12-12 हजार दिया था। इसी बीच मैथन का संजीत बाउरी लापता हो गया। बाद में चंडीगढ़ में उसका शव मिला। चंडीगढ़ पुलिस ने संजीत का शव को लावारिस मानकर दाह संस्कार कर दिया था। उसके स्वजन खोजते-खोजते चंडीगढ़ पहुंचे तो उसकी मौत के बारे में पता चला। पंकज राम, निताई बाउरी, अमर बाउरी, सुजीत बाउरी, विक्रम बाउरी, नरेश बाउरी, मंगल मुर्मू, अनिल हांसदा, अजय साह, जम्मू कश्मीर, शहर मैथन लौटे हैं। इन सबने बताया कि उनका कार्य पूरा हो चुका था इसलिए भी लौट रहे थे। दबाव जैसा कोई बात नहीं थी।