Dhanbad Weather Update: झमाझम बारिश करा ठिठक गया बंगाल की खाड़ी का लो प्रेशर, जानें अब कैसा रहेगा माैसम का मिजाज
Dhanbad Weather Update Today बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के पास बने लो प्रेशर के कारण माैसम विभाग ने झारखंड में भारी बारिश की चेतावनी दी थी। लेकिन अब भारी बारिश का खतरा टल गया है। इस कारण लो प्रेशर का कमजोर पड़ जाना बताया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद समेत उत्तर पूर्वी जिलों में फिलहाल भारी बारिश का खतरा टल गया है। अब हल्की फुहारें ही बरस सकती हैं। मौसम विभाग की मानें तो ओडिशा के तटीय इलाकों में बना लो प्रेशर बुधवार को कमजोर पड़ गया। इस वजह से अब झारखंड के ज्यादातर हिस्से में भारी बारिश की संभावना कम हो गई है। हालांकि लो प्रेशर से बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का प्रभाव अभी झारखंड और उसके आसपास बना हुआ है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से राज्य के ज्यादातर हिस्सों में 19 अगस्त को भी हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। कुछ इलाकों में भारी बारिश की भी संभावना है। इसके बाद 20 और 21 अगस्त को भी कुछ जगहों पर हल्की बारिश की संभावना है।
तीन दिन बाद माैसम होगा साफ
22 अगस्त से एक बार फिर मौसम साफ हो जाएगा। मौसम साफ होते ही पारा में फिर बढ़ोतरी हो सकती है। थम थम कर हो रही बारिश से 36 से 37 डिग्री पर पहुंचा तापमान लुढ़क कर 32-33 डिग्री पर पहुंच चुका है। तापमान में गिरावट से उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिल गई है। बारिश थमने के बाद तापमान में फिर बढ़ोतरी होने के आसार हैं। तापमान बढ़ने से गर्मी भी बढ़ेगी। हालांकि पूरे हफ्ते तक अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री रहने की संभावना जताई गई है।
हल्की बारिश के साथ वज्रपात की संभावना
मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद के मुताबिक, 19 अगस्त को राज्य में कहीं-कहीं वज्रपात की भी संभावना है। राज्य के दक्षिण पूर्वी तथा उत्तर पश्चिमी भागों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। इसके अगले दिन यानी 20 अगस्त को भी वज्रपात के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इस दौरान वज्रपात से सावधानी बरतनी होगी।
ओडिशा के लो प्रेशर कर झूम कर बरसा सावन
ओडिशा के तटीय हिस्से में बने लो प्रेशर के कारण बुधवार को धनबाद में झमाझम बारिश हुई। दोपहर में आसमान में गरज के साथ जोरदार बारिश हुई। मौसम विभाग की मानें तो उत्तर ओडिशा से दक्षिणी झारखंड और पश्चिम बंगाल के गंगा के तटीय हिस्से में लो प्रेशर सक्रिय है। इससे झारखंड में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन गया है जिससे तेज हवा के साथ बारिश हो रही है। दूसरी ओर, मानसूनी बादलों की श्रृंखला झारखंड होकर गुजर रहे हैं। पंजाब से मध्यप्रदेश और जमशेदपुर होकर बादल बंगाल की खाड़ी की ओर जा रहे हैं।