Coronavirus Fear: श्मशान घाट पर प्रतिनियुक्ति से दहशत में शिक्षक, संघ ने झारखंड के मुख्य सचिव को भेजा त्राहिमाम संदेश

कोविड अस्पताल जांच केंद्र टीका केंद्र आदि जगहों पर शिक्षकों की डयूटी लगाई जा रही है। शिक्षकों को पीपीई किट तथा अन्य सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। इससे कोविड वायरस संक्रमण की आशंका से शिक्षक परेशान हैं।

By MritunjayEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 09:49 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 09:49 AM (IST)
Coronavirus Fear: श्मशान घाट पर प्रतिनियुक्ति से दहशत में शिक्षक, संघ ने झारखंड के मुख्य सचिव को भेजा त्राहिमाम संदेश
श्मशान घाटों पर भी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति हो रही है ( प्रतीकात्मक फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। शिक्षकों से जोखिमपूर्ण तथा असुरक्षित अवस्थाओं में शिक्षकों की सेवाएं ली जा रही है। कोविड अस्पताल, जांच केंद्रों तथा टीका केंद्रोें आदि जगहों पर शिक्षकों की तैनाती की गई है अथवा की जा रही है। जिससे शिक्षकों और उनके परिजनों को संक्रमित होने का खतरा उत्पन्न हो रहा है। यह कोविड सेवा मानकों के अनुकुल नहीं है। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर ये बातें कही है। मुख्य सचिव को लिखे पत्र में संघ के महासचिव राममूर्ति ठाकुर ने कहा है कि 50 वर्ष से अधिक उम्र तथा गंभीर बीमारियों से ग्रसित शिक्षकों की भी सेवाएं कोविड कार्यों में ली जा रही है जो काफी जोखिम भरा है।

कोविड अस्पताल, जांच केंद्र, टीका केंद्र आदि जगहों पर डयूटी में लगाए गए शिक्षक पीपीई किट तथा अन्य सुरक्षा किट से रहित हैं, जो कोविड के संक्रमण को रोकने की बजाय उसको गति प्रदान करने वाला कदम है। उन्होंने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा है कि 50 वर्ष से अधिक उम्र व गंभीर बीमारी से ग्रसित शिक्षकों को इस कार्य से बाहर रखा जाए। आइसीयू तथा शमसान जैसे जगहों पर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति नहीं करने का निर्देश जारी किया जाए। प्रतिनियुक्त शिक्षकों के स्वयं या उनके आश्रितों को संक्रमित होने की स्थिति में सरकार की ओर से उच्च् स्तरीय चिकित्सा मुहैया कराने की व्यवस्था की जाए साथ पारिवारिक सुरक्षा हित में 50 लाख का बीमा घोषित किया जाए ताकि कोविड जैसे आपदा कार्य में लगे शिक्षक निर्भिक होकर काम कर सकें।

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