Dhanbad में खत्‍म होगी गुंडागर्दी व रंगदारी; अपराध का सर्वनाश करने को तैयार जिला प्रशासन-पुलिस का मास्टर प्लान

कोलियरी क्षेत्रों के असंगठित मजदूरों के हो रहे शोषण और रंगदारी से अब उन्हें मुक्ति मिलेगी। रंगदारी और शोषण का सर्वनाश करने के लिए जिला प्रशासन और धनबाद पुलिस ने एक मास्टर प्लान तैयार किया है। इसे बुधवार से अमल में लाया जाएगा।

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 05:30 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 05:30 PM (IST)
Dhanbad में खत्‍म होगी गुंडागर्दी व रंगदारी; अपराध का सर्वनाश करने को तैयार जिला प्रशासन-पुलिस का मास्टर प्लान
कोलियरी क्षेत्रों के असंगठित मजदूरों के हो रहे शोषण और रंगदारी से अब उन्हें मुक्ति मिलेगी। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

बलवंत कुमार, धनबाद: MLA Dhullu Mahto, Dhanbad SSP Sanjeev Kumar, कोलियरी क्षेत्रों के असंगठित मजदूरों के हो रहे शोषण और रंगदारी से अब उन्हें मुक्ति मिलेगी। रंगदारी और शोषण का सर्वनाश करने के लिए जिला प्रशासन और धनबाद पुलिस ने एक मास्टर प्लान तैयार किया है। इसे बुधवार से अमल में लाया जाएगा।

इसकी शुरूआत बरोरा क्षेत्र से होगी। इस प्लान को धरातल पर उतारने के लिए प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी समेत अन्य अधिकारियों की एक टीम बनायी गई है। यह योजना एडीएम विधि व्यवस्था डा. कुमार ताराचंद और वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने तैयार की है।

क्राइम के अंत का ये है मास्‍टर प्‍लान: बीसीसीएल एवं आटसोर्सिंग कंपनियों से इन मजदूरों की समूहवार सूची प्रशासन ने प्राप्त कर ली है। बुधवार को बरोरा में एक कैंप लगाया जाएगा। इस कैंप में सूची अनुसार सभी मजदूरों का बैंक खाता खाेला जाएगा। इस खाते में ही डीओ धारकों को मजदूरों की मेहनताना का भुगतान किया जाएगा। मजदूरों एवं उनके संबंधित खाते की एक सूची स्थानीय पुलिस के पास मौजूद रहेगी। जिन लोगों का नाम सूची से बाहर उन्हें मजदूर नहीं माना जाएगा और यदि ऐसे लोग भविष्य में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप करते हैं तो उनके उपर रंगदारी और मजदूर शोषण के मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। मजदूरों का खाता रंगदारों के वर्चस्व वाले क्षेत्र के बाहर के बैंकों में खोला जाएगा। इसके लिए बैंकों के साथ भी समन्वय स्थापित किया गया है। यदि किसी मजदूर को इस व्यवस्था के तहत कोई दिक्कत होती है तो वह सीधे तौर पर अधिकारियों से संपर्क कर अपनी समस्याओं को रख सकता है।

बरोरा कोलियरी में मजदूरों की स्थिति: बरोरा में कुल 230 मजदूर हैं। यह 22 समूह में हैं। प्रत्येक समूह में 10 से 12 मजदूर शामिल हैं। समूहवार इनकी सूची का मिलान करते हुए इनका खाता खोला जाएगा। डीओ धारक को भी इसी एक सूची उपलब्ध कराए जाएगी। जिसमें मजदूरों के समूह संख्या के साथ उनका नाम, पता और खाता नंबर दर्ज होगा। बरोरा के बाद इस प्लान को अन्य कोलियरियों में भी लागू किया जाएगा।

खाता से भुगतान का दिया था आदेश: पूर्व विधान सभा अध्यक्ष डा. दिनेश उरांव के आदेश पर जिला प्रशासन ने पहले एक कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी ने सारे पहलुओं को देखने के बाद बैंक खाता के माध्यम से भुगतान का आदेश दिया था, लेकिन इसे अमल में नहीं लाया जा सका। अब नए एसएसएपी संजीव कुमार के आने के बाद इस पर पहल हुई है और इसकी शुरूआत बाघमारा के बरोरा से होने जा रहा है।

वर्जन

कोलियरियों में आए दिन वर्चस्व को लेकर होने वाले टकराव के कारण विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती रहती है। यह टकराव रंगदारी को लेकर होता है। इसस मजदूरों का शोषण भी होता है। निर्धारित रकम मजदूरों के हाथों में नहीं जा पाती। इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने मिलकर यह योजना बनायी है। गुंडागर्दी खत्म करने और शांति व्यवस्था कायम करने के लिए यह जरुरी है। योजना को लागू करने के बाद यदि कोई दिक्कत होती है तो उसमें सुधार किया जाएगा।

- संजीव कुमार, एसएसपी धनबाद

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