Indian Railways IRCTC: घर आ जा परदेसी तेरा देस बुलाए रे... अलेप्पी एक्सप्रेस में जुड़े दो एक्स्ट्रा कोच

केरल और तमिलनाडु में झारखंड के कामगारों की बड़ी संख्या है। रोजगार की तलाश में राज्य के शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोग दक्षिण भारत में काम करने पहुंचते हैं। फिर से लॉकडाउन के कारण मजदूर अपने-अपने गांव और शहर को लाैट रहे हैं।

By MritunjayEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 03:28 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 03:28 PM (IST)
Indian Railways IRCTC: घर आ जा परदेसी तेरा देस बुलाए रे... अलेप्पी एक्सप्रेस में जुड़े दो एक्स्ट्रा कोच
स्पेशल ट्रेनों में लगाए जा रहे एक्सट्रा कोचेज ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। महाराष्ट्र और नई दिल्ली ही नहीं दक्षिण भारत से भी बड़े पैमाने पर कामगारों और प्रवासियों की घर वापसी हो रही है। देशभर में लॉकडाउन की आशंकाओं के बीच दूसरे राज्यों में रोटी का जुगाड़ करने गए कामगार अब काम छोड़कर भाग रहे हैं। इससे ट्रेनों में काफी भीड़ बढ़ रही है। दक्षिण भारत से लौटने वाले प्रवासी और कामगारों की घर वापसी के लिए रेलवे ने इंतजाम शुरू कर दिए है। वाया चेन्नई अलेप्पी से धनबाद आने वाली अलेप्पी एक्सप्रेस में दो अतिरिक्त जनरल कोच जोड़ दिए गए हैं। हालांकि जनरल कोच में सफर के लिए जनरल टिकट नहीं मिलेंगे। सेकेंड सीटिंग का आरक्षण करा कर ही सफर करना होगा। अलेप्पी के साथ-साथ रेलवे ने Dr MGR Chennai Central-Nagpur Special, Puducherry-Howrah Special और Dr MGR Chennai Central-Santragachi Special Train  में भी एक्सट्रा कोचेज जोड़े हैं।

20 से 27 अप्रैल तक जुड़ेंगे अतिरिक्त कोच

धनबाद आने वाली अलेप्पी एक्सप्रेस में 20 अप्रैल से दो अतिरिक्त कोच जोड़ दिया गया है। प्रवासियों की भीड़ के मद्देनजर 27 अप्रैल तक अतिरिक्त कोच जोड़ने का निर्णय लिया गया है।

केरल और तमिलनाडु में झारखंड के कामगारों की बड़ी संख्या

केरल और तमिलनाडु में झारखंड के कामगारों की बड़ी संख्या है। रोजगार की तलाश में राज्य के शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोग दक्षिण भारत में काम करने पहुंचते हैं। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान इसका उदाहरण भी मिला था। दुमका,  गिरिडीह, बोकारो , रांची,  जामताड़ा, देवघर, गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़, हजारीबाग समेत राज्य के अन्य जिलों के कामगार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से लौटे थे। बाद में परिस्थिति सामान्य होने पर फिर वापस दक्षिण भारत के शहरों में काम करने चले गए थे। अब एक बार फिर से घर वापसी कर रहे हैं।

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