Robbery at Dhanbad Jewellery Shop: जेवर हाउस डकैती कांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली, पांडरपाला में भी तलाशी

Dhanbad Jewellery Shop बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के जेवर हाउस नामक ज्वेलरी दुकान में 25 लाख की हुई डकैती मामले में पुलिस का हाथ अब तक खाली हैं। हालाकिं ज्वेलरी दुकान में डकैती मामले में अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस पूरी कोशिश कर रही है।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 09:27 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 09:31 PM (IST)
Robbery at Dhanbad Jewellery Shop: जेवर हाउस डकैती कांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली, पांडरपाला में भी तलाशी
जेवर हाउस में हुए डकैती की जांच करते हुए धनबाद एसएसपी असीम विक्रांत मिंज व अन्य।

धनबाद, जेएनएन। बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के राजकमल मेंशन स्थित जेवर हाउस नामक ज्वेलरी दुकान में 25 लाख की हुई डकैती मामले में अब तक पुलिस का हाथ खाली है। हालाकिं पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। शनिवार की रात से लेकर अब तक आधा दर्जन अधिक संदिग्धों से पूछताछ की गई है। इसके अलावा शहर कई इलाकों मे लगातार छापामारी की जा रही है।

शनिवार की रात में ही राजकमल मेंशन के आसपास अडडाबाजी करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त दिखी थी। झरिया पुल के पास से एक युवक को पुलिस ने संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसके अलावा देर रात भी कुछ युवकों को पुलिस ने उठाया। रात में ही पुलिस ने भूली ओपी क्षेत्र अंतर्गत भी कई इलाकों में दबिश दी है। हालांकि पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी।

संदेह के खेरे में पांडरपाल के पुराने अपराधी : पुलिस की मानें तो इस घटना में स्थानीय अपराधियों के साथ कुछ एक बाहर के अपराधी शामिल हैं। इस स्थिति को देखते हुए पांडरपाला में रहने वाले पुराने अपराधियो की तलाश पुलिस कर रही है। कुछ अपराधियों को पुलिस ने चिन्हित भी किया है, जिन्हें पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इन्हें पकड़ने के लिए रविवार के दिन में भी पुलिस ने इलाके में छापामारी कर धर पकड़ करने का प्रयास किया है। पुलिस के अनुसार पांडरपाला और इसके आसपास के इलाकों में रहने वाले अपराधियों की भी तलाश की जा रही है। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज में कैद तस्वीर के आधार पर अपराधियों की खोज की जा रही है।

राज्य के बाहर जा सकती पुलिस : बैंक मोड़ डकैती कांड में बिहार और गिरीडीह के अपराधियों के शामिल होने की भी बात सामने आ रही है। घटना के दौरान अपराधियों ने जिस भाषा का उपयोग किया था उसमें हिंदी व भोजपुरी के अलावा क्षेत्रीय भाषा भी शमिल थी, जो उपरोक्त इलाकों की ओर इशारा करती है। ऐसे में मामले के अनुसंधान के क्रम में पुलिस बिहार भी जा सकती है।

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