उल्टा घूम रहा Cyber Crime का चक्र, धनबाद पुलिस ने दिल्ली से एक को दबोचा
धनबाद जिले के तोपचांची के एमओ सरफराज अंसारी के खाते से साइबर अपराधियों ने 90 हजार रुपये उड़ा लिए थे। इस साइबर अपराध का तार दिल्ली से जुड़ा है। धनबाद पुलिस ने दिल्ली से आशीष गुप्ता को गिरफ्तार किया है।
धनबाद, जेएनएन। लगता है साइबर अपराध का चक्र अब उल्टा घूमने लगा है। अब तक देश भर की पुलिस साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए झारखंड के जामताड़ा और इसके पड़ोस के जिलों में चक्कर काट रही थी। लेकिन अब देश की राजधानी दिल्ली के साइबर अपराधी भी नाम कमा रहे हैं। दिल्ली में बैठे-बैठे वे देश के दूर के प्रदेशों और जिलों के बैंक खाते से पैसे उड़ा रहे हैं। धनबाद के तोपचांची में साइबर ठगी के एक मामले में पुलिस ने दिल्ली में छापेमारी कर एक साइबर अपराधी को दबोचा है। उसका नाम आशीष गुप्ता है।
क्या है मामला
धनबाद साइबर थाना की पुलिस ने दिल्ली से आशीष गुप्ता नामक एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आशीष गुप्ता क्रेडिट कार्ड एक्टीवेट करने का सांझा देकर तोपचांची के एमओ सरफराज अंसारी के बैंक खाते से 95 हजार रुपये उड़ाए थे। इस मामले में 22 जनवरी 2021 को सरफराज अंसारी ने साइबर थाना में लिखित शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू की। इसी मामले की छानबीन के दौरान धनबाद साइबर थाना की पुलिस दिल्ली पहुंची और वहां से आशीष गुप्ता नामक शातिर को गिरफ्तार किया है।
ग्राहक सेवा केंद्र का संचालक
पुलिस के अनुसार आशीष गुप्ता दिल्ली के राजोरी गार्डेन के पास ग्राहक सेवा केंद्र चलाता है। काफी चालाकी से वह तोपचांची निवासी सरफराज अंसारी के खाते से उड़ाए गए राशि को दीपक कुमार नामक युवक के खाते में ट्रांसफर करवा दिया था। दरअसल दीपक कुमार दिल्ली में ही सूरज गुप्ता नामक व्यक्ति के ग्राहक सेवा केंद्र में काम करता है। दिल्ली में आशीष गुप्ता तथा सूरज गुप्ता का ग्राहक सेवा केंद्र आसपास में ही है। लिहाजा जब आशीष गुप्ता ने तोपचांची निवासी मो. सरफराज अंसारी के खाता से रुपये उड़ाए तो वह उस रकम को अपने खाता में नहीं डाल सूरज गुप्ता को सांझे में लेकर रकम को उसके कर्मचारी दीपक के खाते में ट्रासफर करवा लिया और दीपक से 95 हजार रुपये नगद ले लिए थे।
दीपक ने खोली आशीष की पोलपट्टी
छानबीन के दौरान जब धनबाद साइबर थाना की पुलिस ने दिल्ली में दीपक को पकड़ा तो उसने ही आशीष गुप्ता की पोलपट्टी खोल दी। दरअसल रुपये ट्रांसफर करने तथा नगद लेने के लिए आशीष गुप्ता ने सूरज गुप्ता के मोबाइल पर चैटिंग किए थे। सबूत के तौर पर सूरज गुप्ता व दीपक ने यहां की पुलिस को दिखाया तभी पुलिस आशीष गुप्ता को गिरफ्तार कर धनबाद लेकर आई है।