सर्पो की देवी मां मनसा की पूजा 16 से, तैयारी शुरू
धनबाद सापों की देवी मां मनसा की पूजा पूरे जिले में 16 अगस्त से धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ प्रारंभ होगी।
धनबाद : सापों की देवी मां मनसा की पूजा पूरे जिले में 16 अगस्त से धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ प्रारंभ होगी। जिले के शहरी और ग्रामीण लोगों के लिए मां मनसा की पूजा बेहद महत्व रखता है। इसलिए यह पूजा विधिविधान व धूमधाम से लोग करते हैं। इस साल मां मनसा पूजा बांग्ला पंचांग के अनुसार 16 अगस्त को संजोत से नहाए खाय के साथ प्रारंभ होगी। बांग्ला पंचांग के अनुसार 17 अगस्त को श्रद्धालु दिन भर निर्जल उपवास रखकर मां मनसा की आराधना करेंगे। इसी प्रकार रात्रि में स्नान कर मां मनसा की पूजा की जाएगी। श्रद्धालु मां मनसा को फल, धान का लावा, पुआ, दूध व फूल आदि चढ़ाकर पूजा अर्चना करेंगे। पूजा के बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा। 18 अगस्त को पारण होगा। इस दिन श्रद्धालुओं की मन्नत के अनुसार पाठा की बलि चढ़ाई जाती है। तीन दिनों की पूजा अर्चना के उपरांत 20 अगस्त को माता मनसा की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।
सरायढेला दास टोला के अजय दास ने बताया कि इस साल समिति की ओर से मनसा पूजा का 56वां वर्ष मनाया जा रहा है। मान्यता है कि मां मनसा उन्हें और उनके स्वजनों को सर्पों और सर्पदंश से रक्षा करती हैं। साथ ही मनोवांछित फल प्राप्त करने के लिए मां मनसा की पूजा की जाती है। कई लोग अपने अपने घरों में एक स्थान पर प्रतिमा स्थापित कर माता मनसा की पूजा करते हैं। हालांकि इस साल कोरोना के संक्रमण को देखते हुए जिले में जगह जगह प्रतिमा स्थापित नहीं की जाएगी। अधिकतर स्थानों पर सादगी से पूजा अर्चना की जाएगी।