सावन की पहली सोमवारी आज, लेकिन मंदिर का कपाट बंद

धनबाद भगवान शिव के प्रिय मास श्रावण यानी सावन की पहली सोमवारी आज से शुरू हो रहा है। सावन में सोमवार को शिवजी की पूजा विशेष महत्व है। इस माह में भगवान शिव का अभिषेक बेहद फलदायी माना जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:57 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:57 PM (IST)
सावन की पहली सोमवारी आज, लेकिन मंदिर का कपाट बंद
सावन की पहली सोमवारी आज, लेकिन मंदिर का कपाट बंद

जासं, धनबाद : भगवान शिव के प्रिय मास श्रावण यानी सावन की पहली सोमवारी आज से शुरू हो रहा है। सावन में सोमवार को शिवजी की पूजा विशेष महत्व है। इस माह में भगवान शिव का अभिषेक बेहद फलदायी माना जाता है। इसलिए सावन में लोग रुद्राभिषेक व जलाभिषेक कराते हैं। लेकिन पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी सावन माह में मंदिर का पट बंद है जिससे श्रद्धालु निराश हैं।

इस सावन में मंदिरों में तैयारी : शहर के भुईफोड़ मंदिर में सावन की सोमवारी में मंदिर के बहार से ही पूजा-अर्चना की जाएगी। मंदिर के पुजारी श्रद्धालु के प्रसाद मुख्य द्वार से लेकर भगवान को चढ़ाएंगे। खड़ेश्वरी मंदिर में शारीरिक दूरी बनाकर पूजा व जलाभिषेक होगा। शक्ति मंदिर में बहार से ही पूजा-अर्चना की जाएगी। मनईटांड़ शिव मंदिर में शारीरिक दूरी बनाकर पूजा व जलाभिषेक होगा।

शिव की पूजा में बेलपत्र बेहद शुभ : ऐसा माना गया है कि बिना बेलपत्र चढ़ाए भगवान शिव की पूजा अपूर्ण मानी जाती है। यदि कोई भक्त भगवान शिव की भव्य पूजा न कर सके तो ऐसे में मात्र बेलपत्र ही वो वस्तु है, जो शिवलिग पर अर्पित करने से उसे महादेव मनोवांछित फल देते हैं। विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं व्रत :

विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य व उज्ज्वल भविष्य की कामना के लिए सावन में सोमवार का व्रत रखेंगी। वे सोमवार को जल्दी उठकर स्नान के बाद शिव मंदिर जाकर भोलेनाथ व माता पार्वती की पूजा कर व्रत रखने का संकल्प लेती हैं। महिलाएं देवी पार्वती को सुहाग का सामान अर्पित करती हैं। -सावन की सोमवारी

-पहला सावन सोमवार व्रत- 26 जुलाई

-दूसरा सावन सोमवार व्रत- 2 अगस्त

-तीसरा सावन सोमवार व्रत- 9 अगस्त

-चौथा सावन सोमवार व्रत-16 अगस्त

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