Jagran Breaking: धनबाद नगर निगम में मेयर की सीट ओबीसी के लिए व चास के मेयर का पद महिला अन्य के लिए आरक्षित
धनबाद नगर निगम में मेयर की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गया है। इस फैसले से सामान्य व एससी-एसटी वर्ग के लोगों को झटका लगा है। बहुत दिनों से इसकी बांट जोह रहे लोगों को भी निराशा हाथ लगी है। ओबीसी के उम्मीदवार इस निर्णय से खुश है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर निगम चुनाव को लेकर बड़ा फैसला लिया है। धनबाद के मेयर की सीट पिछली बार की तरह पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित कर दी है। इस तरह पिछले कई दिनों से जमीनी स्तर पर तैयारी कर रहे सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को झटका लगा है। सिंह मेंशन और रघुकुल से भी प्रत्याशी उतारने की तैयारी थी। अब इनकी निगाहें डिप्टी मेयर के पद पर होगी। अभी तक डिप्टी मेयर पद का आरक्षण जारी नहीं हुआ है।
मेयर की सीट आरक्षित होने के फलस्वरूप अब निर्वातमान मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल समेत पूर्व पार्षद अंकेश राज, विधायक ढुल्लू महतो की पत्नी समेत लगभग एक दर्जन ओबीसी प्रत्याशी ताल ठोकेंगे। अब सबकी निगाहें दलीय या निर्दलीय आधार पर होने वाले चुनाव पर होगा। यदि दलीय आधार पर भी चुनाव होता है तो भाजपा को चेहरा चुनने में मुश्किल नहीं होगी। उनके पास कई विकल्प होंगे। हालांकि कांग्रेस के लिए थोड़ी मुश्किल होगी। कांग्रेस में इस समय एक दर्जन से अधिक दावेदार हैं। यहां बता दें कि 2015 के चुनाव में भी मेयर के सीट ओबीसी के लिए आरक्षित थी जबकि डिप्टी मेयर सामान्य।
चास निगम निगम के मेयर का पद महिला अन्य के लिए आरक्षित
राज्य निर्वाचन आयोग ने मेयर पद के आरक्षण की अधिसूचना जारी की। चास निगम निगम के मेयर का पद महिला अन्य के लिए आरक्षित हुआ। धनबाद नगर निगम का मेयर पद पिछड़ा वर्ग अन्य के लिए आरक्षित। तथा देवघर नगर निगम का पद अनारक्षित अन्य है। यहां महिला और पुरुष कोई भी चुनाव लड़ सकते हैं।