Dhanbad नगर निगम का 'डेथ' सिस्टम; कोराना काल में जारी हुआ 2919 मृत्यु प्रमाणपत्र, एक में भी मृत्यु के कारणों का उल्लेख नहीं
इसे आप सरकारी नियम की विसंगति कह लें या फिर कोविड-19 से हुई मौतों में आंकड़ेबाजी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कम से कम धनबाद नगर निगम के मृत्यु प्रमाण पत्र से तो यही लग रहा है। यहां सब धान बाइस पसेरी की कहावत चरितार्थ हो रही है।
आशीष सिंह, धनबाद: इसे आप सरकारी नियम की विसंगति कह लें, या फिर कोविड-19 से हुई मौतों में आंकड़ेबाजी, सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कम से कम धनबाद नगर निगम के मृत्यु प्रमाण पत्र से तो यही लग रहा है। यहां सब धान बाइस पसेरी की कहावत चरितार्थ हो रही है। नगर निगम से जो भी प्रमाण पत्र जारी हो रहे हैं, चाहे मौत कोविड से हुई हो या फिर सामान्य, उनमें टिप्पणी वाले कालम में मौत के कारणों का जिक्र ही नहीं किया जा रहा। कोविड-19 तो छोड़िए सामान्य मौतों का भी ब्योरा इसमें शामिल नहीं है। मौत का कारण बताने वाला कालम ही मृत्यु प्रमाणपत्र में नहीं है। इससे यह पता लगाना बेहद मुश्किल है कि नगर निगम से जो भी डेथ सर्टिफिकेट जारी हुए हैं, उनमें मौत होने की वजह क्या रही होगी। कोविड-19 से होने वाले और सामान्य बीमारी या किसी भी गंभीर बीमारी से होने वाली मौतों का सर्टिफिकेट एक सा है। नगर निगम के डेथ सर्टिफिकेट में यह कॉलम क्यों नहीं रखा गया है, यह बड़ा सवाल है।
1908 महिला एवं 1011 पुरुष का मृत्यु प्रमाणपत्र जारी
देश में मार्च 2020 में कोविड की लहर शुरू हुई। इसके बाद मरने वालों का सिलसिला चल पड़ा। नगर निगम की ओर से अप्रैल 2020 से जून 2021 तक 2919 मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किया गया। इसमें कोविड के साथ-साथ सामान्य व गंभीर बीमारी से मरने वालों का भी डेथ सर्टिफिकेट शामिल है। 1908 महिला एवं 1011 पुरुषों का मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किया गया। इनमें से किसी के भी प्रमाणपत्र में मृत्यु के कारणों का उल्लेख नहीं किया गया है।
अप्रैल 2020 से जून 2021 तक जारी मृत्यु प्रमाणपत्र
माह पुरुष महिला कुल
अप्रैल 2020 15 12 27
मई 2020 60 20 80
जून 2020 133 60 193
जुलाई 2020 184 102 286
अगस्त 2020 100 69 169
सितंबर 2020 142 66 208
अक्टूबर 2020 105 62 167
नवंबर 2020 119 46 165
दिसंबर 2020 120 66 186
जनवरी 2021 158 72 230
फरवरी 2021 151 78 229
मार्च 2021 99 56 155
अप्रैल 2021 110 76 186
मई 2021 100 77 177
जून 312 149 461
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जो आवेदनकर्ता है वो अपने आवेदन में मौत के कारणों का जिक्र करते हैं। अस्पताल भी मृत्यु होने के कारण का सर्टिफिकेट देते हैं। इसके साथ ही नगर निगम का मृत्यु प्रमाणपत्र संलग्न होता है। नगर निगम की ओर से जारी मृत्यु प्रमाणपत्र में मौत के कारण का उल्लेख नहीं होता है। यह विभागीय प्रक्रिया है, शुरू से चली आ रही है।
- सत्येंद्र कुमार, नगर आयुक्त