घर में संभाल कर रखिए प्लास्टिक कचरा, दाम देकर खरीदेगा नगर निगम Dhanbad News
नगर निगम अब हर घर से प्लास्टिक कचरा एकत्रित करेगा। निगम के सुपरवाइजर इस प्लास्टिक को एकत्रित कर आसपास की सीमेंट फैक्ट्रियों को देंगे ताकि यह री-साइकिल हो सके।
धनबाद [आशीष सिंह]। प्लास्टिक पर लगाम लगाने के लिए राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक तमाम अभियान चला रही है। दो अक्टूबर से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लग जाएगा। राज्य में प्लास्टिक पर लगाम लगाने और री-साइकिल के लिए यूनिक पहल की गई है। अगर आपके घर में प्लास्टिक का कचरा इकट्ठा होता है या आप इसे एकत्रित करते हैं इसे बेचकर मालामाल हो सकते हैं।
दरअसल नगर निगम अब हर घर से प्लास्टिक कचरा एकत्रित करेगा। निगम के सुपरवाइजर इस प्लास्टिक को एकत्रित कर आसपास की सीमेंट फैक्ट्रियों को देंगे, ताकि यह री-साइकिल हो सके। इस प्लास्टिक के एवज में लोगों को पैसे मिलेंगे, हालांकि यह राशि कितनी होगी और कब से मिलेगी यह अभी तय नहीं है। दो दिन पहले स्टेट अर्बन डेवलपमेंट एजेंसी (सूडा) के निदेशक ने राज्य स्तर पर आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग में सभी जिलों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है। इसके आलोक में शनिवार को नगर निगम की ओर से जिलेभर के नागरिकों से अपील की गई है कि वह प्लास्टिक इकट्ठा करना शुरू कर दें। निगम के सुपरवाइजर और कर्मी कर हर घर से प्लास्टिक इकट्ठा करेंगे। नगर निगम मुख्यालय में पीएम आवास की प्रथम किस्त पाने पहुंचे 250 लाभुकों से भी प्लास्टिक कचरा एकत्रित करने की बात कही गई।
प्लास्टिक का करना है सेग्रीगेशनः प्लास्टिक एकत्रित करने के साथ-साथ निगम की ओर से यह भी बताया जाएगा कि किस तरह प्लास्टिक मसलन प्लास्टिक गिलास, बोतल, बोतल का ढक्क, दूध का पैकेट आदि का सेग्रीगेट (अलग-अलग) करते हुए एकत्रित करना है। अगर आप प्लास्टिक का सेग्रीगेशन नहीं कर पाए तो कोई बात नहीं, नगर निगम यह काम करेगा और जरूरत के मुताबिक प्लास्टिक नजदीक की सीमेंट फैक्ट्री में पहुंचाएगा।
क्या है सिंगल-यूज प्लास्टिकः सिंगल-यूज प्लास्टिक उसे कहते हैं जिसका हम एक बार ही इस्तेमाल करते हैं। रोजमर्रा की जिंदगी में तमाम ऐसे प्लास्टिक के उत्पाद हैं, जिसे हम एक बार इस्तेमाल कर फेंक देते हैं। इसी तरह के प्लास्टिक को सिंगल यूज प्लास्टिक कहा जाता है। इसे डिस्पोजेबल प्लास्टिक के नाम से भी जाना जाता है। सिंगल यूज प्लास्टिक उत्पादों में प्लास्टिक बैग, प्लास्टिक की बोतलें, स्ट्रॉ, कप, प्लेट्स, फूड पैकजिंग में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक, गिफ्ट रैपर्स, प्लास्टिक गिलास और कॉफी के डिस्पोजेबल कप्स आदि शामिल हैं।
सूडा के निर्देश के बाद अब हम घर-घर से प्लास्टिक एकत्रित करने का ड्राइव चलाएंगे। इसे एकत्रित कर नजदीक की सीमेंट फैक्टरियों को दिया जाएगा। यहां इस प्लास्टिक को री-साइकिल किया जाएगा। फौरी तौर पर अभी राशि नहीं दी जाएगी, लेकिन निकट भविष्य में प्लास्टिक एकत्रित करने के एवज में राशि का भुगतान किया जाएगा। यह सूडा की ओर से स्पष्ट किया गया है।
- विजय कुमार, सिटी मैनेजर नगर निगम