DMC: राजस्व की ऐसी भूख कि सड़क को ही बनाई जा रही पार्किंग, अब रोज-रोज विवाद

नगर निगम धनबाद शहर में कहीं भी पार्किंग बना दे रहा है। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सड़क के किनारे पार्किंग बना दी जा रही है। इससे सड़क जाम हो जाता है। आम लोगों को परेशानी का कामना करना पड़ता है।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 09:39 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 09:39 AM (IST)
DMC: राजस्व की ऐसी भूख कि सड़क को ही बनाई जा रही पार्किंग, अब रोज-रोज विवाद
बैंक मोड़ में बीच सड़क पर बनाई गई पार्किंग ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। एक तो कोविड-19 ने नगर निगम की आमदनी पर चोट पहुंचाई और अब किसी तरह पार्किंग ठेकों की बंदोबस्ती भी हुई तो आमदनी भी नहीं हो पा रही है। आए दिन होने वाले विवाद आग में घी डालने का काम कर रहा है। अभी तीन दिन पहले ही टेक्सटाइल मार्केट बैंक मोड़ के सामने पार्किंग शुल्क वसूली करने वाले ठेकेदार और दुकानदारों में बहस हो गई थी। मामला थाने तक पहुंच गया। इसी बीच निगम क्षेत्र में पार्किंग वसूली कर रहे तीन ठेकेदारों ने वाहन स्टैंड की वसूली करने से इनकार कर दिया है। इसमें टेक्सटाइल मार्केट बैंक मोड़, रांगाटांड़ श्रमिक चौक और बिग बाजार के सामने दो पहिया वाहन स्टैंड की बंदोबस्ती शामिल है।

31 मार्च तक पार्किंग बंदोबस्ती

बैंक मोड़ में विवाद के बाद ठेकेदारों ने निगम से बंदोबस्ती के एवज में जमा की गई सुरक्षित राशि की भी मांग कर डाली है। तीनों ने नगर आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि स्थानीय लोग नहीं चाहते हैं कि इन सैरातों पर लगने वाले वाहन से पार्किंग शुल्क की वसूली की जाए। हर दिन स्थानीय लोगों के भी विरोध का सामना करना पड़ता है। दुकानदार भी शुल्क वसूली का विरोध कर रहे हैं, धमकाते हैं सो अलग। कोई दिन ऐसा नहीं होता जिस दिन कहासुनी न हो। यहां बता दें कि नवंबर 2020 में ही तीनों पार्किंग की बंदोबस्ती 31 मार्च तक के लिए की गई थी। बिग बाजार और बैंक मोड में शुल्क की वसूली शुरू हो गई है, लेकिन रांगाटांड़ पार्किंग स्टैंड से अभी तक एक रुपये की भी आमदनी नहीं हुई। दरअसल यहां पर गैंग्स की वजह से वसूली नहीं हो पा रही है। गैंग्स के लोग ठेकेदार को वसूली नहीं करने दे रहे हैं।

तीन सदस्यीय जांच कमेटी

नगर निगम ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्यपालक पदाधिकारी मो.अनीस के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। कमेटी दो दिन के अंदर इसकी जांच कर रिपोर्ट देगी। स्थानीय लोगों और दुकानदारों से भी बातचीत की जाएगी। विरोध करने के कारणों की जांच होगी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही निगम आगे का निर्णय लेगा। इसके साथ ही निगम ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अगर ठेकेदार वसूली नहीं करेंगे तो निगम खुद अपने कर्मी लगाकर पार्किंग शुल्क वसूल करेगा। सैरातों को ऐसे ही नहीं छोड़ा जाएगा। यह निगम की बड़ी आय का जरिया है।

सड़क पर पार्किंग से जनता परेशान

नगर निगम धनबाद शहर में कहीं भी पार्किंग बना दे रहा है। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सड़क के किनारे पार्किंग बना दी जा रही है। कई स्थानों पर तो बीच पर ही पार्किंग बन गई है। इससे सड़क जाम हो जाता है। आम लोगों को परेशानी का कामना करना पड़ता है। इससे विवाद भी बढ़ रहा है। 

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