National Pollution Control Day 2021: डीएमसी की ब्रांड एंबेसडर के साथ नेहरू उद्यान में नगर आयुक्त ने किया पाैधरोपण, दिया संदेश
National Pollution Control Day 2021 साल 1984 में भोपाल गैस त्रासदी हुई थी। इस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वाले हजारों लोगों और बढ़ते प्रदूषण की समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 2 दिसंबर को भारत में राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है।
संवाद सहयोगी, पुटकी (धनबाद) । National Pollution Control Day 2021 आज गुरुवार, 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण दिवस है। प्रत्येक साल 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण दिवस मनाया जाता है। इस खास माैके पर धनबाद में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। धनबाद नगर निगम ( Dhanbad Municipal Corporation, DMC) की ओर से करकेंद स्थित नेहरू उद्यान में पाैधरोपण किया गया। नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार के साथ पाैधरोपण में निगम की ब्रांड एंबेसडर अनिता मजूमदार ने भी हिस्सा लिया। पाैधरोपण के बाद नगर आयुक्त ने आम लोगों से प्रदूषण के प्रति सजग होने की अपील की।
कोयिलरी क्षेत्रों में प्रदूषण बड़ी चुनाैती
धनबाद नगर निगम के आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने कहा कि कोलियरी क्षेत्रो में पर्यावरण नियंत्रण बड़ी चुनौती हैं और निगम लगातार इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा हैं। इसके अलावे उन्होंने कहा कि नेहरू उधान एवं भागाबांध में बने विवाह भवन का 29 दिसम्बर को उद्घाटन किया जाएगा। सभी पुराने पार्कों को पुनर्जीवित किया जा रहा है ताकि लोग स्वछ वातावरण में सांस ले सके। नेहरू उद्यान के रख रखाव की जिम्मेदारी यहां के स्थानीय लोगो की कमिटी बनाकर सौपी जाएगी।
पाैधरोपण में उपस्थिति
नगर आयुक्त और ब्रांड एंबेसडर के साथ पाैधरोपण के माैके पर उप नगर आयुक्त राजेश कुमार सिंह, चमक लाल मंडल, मुकेश कुमार, विनय कुमार सिंह, विकास कुमार सिंह, दीपक कुमार पंडित, कांग्रेस प्रखंड उपाध्यक्ष रोहन चौधरी, पार्षद प्रतिनधि गोविंदा राउत एवं सुभाष पासवान, कुणाल सिंह, रंजन सिन्हा, मीणा मींज सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
भोपाल गैस त्रासदी की याद में मनाया जाता राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस
साल 1984 में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल गैस त्रासदी हुई थी। इस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वाले हजारों लोगों और बढ़ते प्रदूषण की समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 2 दिसंबर को भारत में राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है। भोपाल गैस त्रासदी के वक्त पूरा शहर एक गैस चैंबर बन गया था जिसमें 3788 लोगों ने जान गंवा दी थी।