Dhanbad BJP Politics: सतीश की हत्या के बाद सांसद के भतीजे को आगे कर आधार बढ़ा रहे राज, बीसीसीएल को दी चेतावनी

विधायक राज सिन्हा ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि आउटसोर्सिंग और बीसीसीएल प्रबंधन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। आउटसोर्सिंग में रोजगार के साथ ही ट्रक लोडिंग कार्य भी देना होगा। प्रबंधन अगर हमारी मांगों को नहीं मानता है तो चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 02:08 PM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 07:33 PM (IST)
Dhanbad BJP Politics: सतीश की हत्या के बाद सांसद के भतीजे को आगे कर आधार बढ़ा रहे राज, बीसीसीएल को दी चेतावनी
आउटसोर्सिंग मजदूरों के बीच सांसद के भतीजे के साथ विधायक राज सिन्हा।

धनसार, जेएनएन। धनबाद के भाजपा विधायक राज सिन्हा आउटसोर्सिंग कंपनियों में अपना आधार बढ़ाने में जुट गए हैं। केंदुआ-करकेंद इलाके में विधायक राज के खासमखास भाजपा नेता सतीश सिंह की हत्या के बाद कुछ दिनों के लिए आउटसोर्सिंग कंपिनयों में गतिविधियां ठप पड़ गई थी। सतीश सिंह विधायक के लिए काम करते थे। अब एक बार फिर आउटसोर्सिंग कंपनियों के मजदूरों की समस्याओं को लेकर राज ने सक्रियता शुरू की है। अब उन्होंने धनबाद के भाजपा सांसद पीएन सिंह के भतीजे अमरेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू को आगे किया है। बस्ताकोला आउटसोर्सिंग में रोजगार और ट्रक लोडिंग कार्य देने की मांग को लेकर युवा बेरोजगार मंच धनसार के बैनर तले असंगठित मजदूरों ने चांदमारी ग्राउंड में बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने आउटसोर्सिंग व बीसीसीएल प्रबंधन के  खिलाफ नारेबाजी की। वहीं चांदमारी मांझी बस्ती के सैंकड़ों आदिवासी ग्रामीणों ने युवा बेरोजगार मंच में शामिल हो गए।

विधायक राज सिन्हा ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि आउटसोर्सिंग और बीसीसीएल प्रबंधन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। आउटसोर्सिंग में रोजगार के साथ ही ट्रक लोडिंग कार्य भी देना होगा। प्रबंधन अगर हमारी मांगों को नहीं मानता है तो चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। विधायक ने कहा कि आउटसोर्सिंग प्रबंधन ने जिन आदिवासी मजदूरों को काम से हटाया है। उसे पुनः वापस काम पर रखना होगा। इस दौरान आदिवासी ग्रामीणों ने विधायक समक्ष पानी की समस्या को रखा।

आदिवासी ग्रामीणों की लड़ाई पूर्व में झरिया के कांग्रेस विधायक पूर्णिमा से लड़ रही थी। पर अब धनबाद के भाजपा विधायक राज सिंहा के शरण मे आदिवासियों के आने यहां राजनीति मुद्दा गरमाने लगा है। इस दौरान पूर्व पार्षद प्रतिनिधि सांसद के भतीजे गुड्डू सिंह ने आदिवासियों के बीच एक सौ कंबल वितरण किया। आंदोलन में अमरेंद्र सिंह,अरिबाण सिंह,जयलाल महतो, दुग्गी खटीक, शंकर सिंह, सतीश तुरी, मानिक चंद, अशोक यादव, शांति देवी, चुन्नू खान, बबलू हेंब्रम, बुद्धू मांझी, सुनील हेंब्रम, सरजू अंसारी, करकू, नागेंद्र सिंह,किशु सिंह, पप्पू सिंह सहित अन्य थे।

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