Dhanbad Judge murder case: ऑटो कवर कर रहा बाइक सवार वो काैन ? एसआइटी मान रही संंदिग्ध
पुलिस को मिली सीसीसीटी वीडियो में दो ऐसी घटनाएं हुई है जो संदेह जताती है। दोनों घटनाओं में शामिल व्यक्तियों की तलाश के लिए एडीजे ने कड़ा निर्देश दिया है। फुटेज में देखा गया कि जज को टक्कर मारने के बाद आटो के ठीक पीछे एक व्यक्ति गुजर रहा था
जागरण संवाददाता, धनबाद। जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आंनद की हत्या के मसले की गुत्थी सुलझाने के लिए डीजीपी के स्तर पर बनाई गई एसआइटी के अगुवा अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) संजय आनंद लाटेकर ने शुरूआती जांंच में सारे पहलुओं पर समीक्षा की है। गिरफ्तार आरोपित से हुई पूछताछ की जानकारी ली। एसएसपी कार्यालय में शुक्रवार को लगातार सात घंटे की समीक्षा के बाद संजय आनंद लाटेकर ने कहा कि अभी कुछ भी ठोस बताने की हालत में नहीं है। इस मसले को सही अंजाम तक पहुंचाने के लिए पुलिस कटिबद्ध है। सारे पहलुओं पर अनुसंधान किया जा रहा है। जल्द ही सकारात्मक नतीजे सामने आएंगे। 28 जुलाई की सुबह धनबाद के रणधीर वर्मा चाैक के समीप जज को ऑटो से उड़ा दिया गया था।
फिर से दोहराएगा जाएगा क्राइम सीन
अपर पुलिस महानिदेशक संजय आनंद ने बोकारो आइजी प्रिया दुबे, डीआइजी मयूर पटेल कन्हैया लाल और एसएसपी संजीव कुमार के साथ बैठक की। मुकदमे का अनुसंधान कर रहे सिटी एसपी आर राम कुमार और एएसपी मनोज स्वर्गीयार को भी तलब किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर गौर किया गया। मुकदमे के अनुसंधान में शामिल पुलिस अधिकारियों को भी बुला बुला कर विस्तारपूर्वक जानकारी ली गई। लगातार बारिश के कारण पुलिस अधिकारी दोबारा मौका ए मुआयना नहीं कर सके।
स्वीकारा कि उसके आटो की टक्कर से जज मारे गए
एसआइटी में शामिल अधिकारियों ने आरोपित लखन वर्मा और राहुल वर्मा से पूछताछ की। उन लोगों ने पुरानी कहानी दोहराई। लखन वर्मा ने स्वीकारा कि जज की मौत उसकी आटो के टक्कर से ही हुई है। घटना के पहले धनबाद स्टेशन रोड के पास झोपड़ी नुमा होटल में उन लोगों ने रात भर शराब पी थी। सुबह आटो लेकर निकले तो दुर्घटना हो गई। लोगों की पिटाई के डर से भाग गए थे।
दस दिनों तक मोबाइल के कॉल रिकार्ड भी निकाले गए
एसआइटी ने लखन और राहुल वर्मा के मोबाइल के दस दिनों के कॉल रिकार्ड भी निकाले हैैं। उन लोगों की जिनसे भी बातचीत की है, सबसे पूछताछ करने को कहा गया है। स्टेशन रोड के जिस होटल में शराब पीने की बात लखन वर्मा ने कही है, उसके संचालक से भी पूछताछ होगी। एसआइटी में डेढ़ दर्जन दारोगा शामिल हैैं। आटो मालिक रामदेव को भी खोजने को कहा गया है।
आरोपित दोहराया कि शराब के नशे में हो गया कांड
न्यायाधीश उत्तम आनंद आम तौर पर एसीबी एसपी कार्यालय से होकर सुबह की सैर करते थे। संयोग से घटना के दिन उन्होंने दूसरी राह पकड़ ली। रणधीर वर्मा चौक होकर वे घर जा रहे थे। उनकी हत्या के मुकदमे में पकड़ाए लखन वर्मा ने भी पुलिस को बयान दिया कि वो आम तौर पर दूसरे रास्ते से जाता था। घटना के दिन संयोग से वो रणधीर वर्मा चौक के रास्ते से गया। वह शराब के नशे में था। दुर्भाग्य से दुर्घटना हो गई।
आटो को रोकने की कोशिश हुई थी या कुछ कहा था
पुलिस को मिली सीसीसीटी वीडियो मिला है, उसमें दो ऐसी घटनाएं हुई है जो संदेह जताती है। दोनों घटनाओं में शामिल व्यक्तियों की तलाश के लिए एडीजे ने कड़ा निर्देश दिया है। फुटेज में देखा गया कि जज को टक्कर मारने के बाद आटो के ठीक पीछे एक व्यक्ति गुजर रहा था। टक्कर लगने के बाद भी उसने जज की मदद नहीं की बल्कि आटो के पीछे चलता रहा। वह बाइक सवार भी अनुसंधान के दायरे में है। दुर्घटना स्थल से कुछ मीटर आगे एक व्यक्ति आटो को रुकवाने की कोशिश करता दिखा है। पुलिस इस पहलू पर भी गौर कर रही है कि शायद उस व्यक्ति ने कोई संवाद किया हो।