Home Isolation Guidelines: कोरोना से घबराएं नहीं, ये उपाय अपनाएं; हम जीतते जाएंगे जंग
धनबाद के अस्पतालों में मरीजों के लिए वेंटिलेटर खाली नहीं हैं। हर रोज 8 से 10 मरीज मर रहे हैं। इससे आम लोगों में दहशत का आलम है। ज्यादा लोग दहशत में बीमार हो रहे हैं। बुखार होने पर भी लोग डर जा रहे हैं।
धनबाद, जेएनएन। Dhanbad Home Isolation Guidelines धनबाद में कोरोना वायरस संक्रमण से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। हालत यह है कि धनबाद के अस्पतालों में मरीजों के लिए वेंटिलेटर खाली नहीं हैं। हर रोज 8 से 10 मरीज मर रहे हैं। इससे आम लोगों में दहशत का आलम है। ज्यादा लोग दहशत में बीमार हो रहे हैं। बुखार होने पर भी लोग डर जा रहे हैं। ऐसे में लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। झारखंड सरकार ने कोरोना संक्रमितों के होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश जारी किया है। इस गाइडलाइन का पालन कर घर में भी कोरोना से जंग जीता जा सकता है। दैनिक जागरण ने भी लोगों से अपील की है कि कोरोना से घबराएं नहीं।
दैनिक जागरण की तरफ से जारी गाइडलाइन
झारखंड सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन
हम जीतेंगे कोरोना से जंग
झारखंड सरकार ने कोरोना से जंग के लिए गाइडलाइन जारी किए हैं। इन गाइडलाइनों का पालन करते हुए हम कोरोना से जंग जीत सकते हैं। जीत भी रहे हैं। बहुत से लोग घर में रहते हुए कोरोना को मात दे रहे हैं। आप भी
मामूली संक्रमित मरीजों से भरा अस्पतालों के बेड, जरूरतमंदों को जगह नहीं
धनबाद में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में यदि संक्रमित कोई व्यक्ति हो जाते हैं और उनमें लक्षण बेहद कम है, उम्र 40 वर्ष से कम है, तो हम आइसोलेशन बेहतर विकल्प है। हालांकि इसके लिए सरकार द्वारा गाइडलाइन और अहर्ता का पालन करना जरूरी है। हाल ही में जिला प्रशासन ने होम आइसोलेशन पर रहने वाले लोगों के लिए हिम्मत एक भी जारी किया है ताकि घर बैठे हम आइसोलेशन में रहने वाले लोग सीधे डॉक्टर के संपर्क में रहें और उचित दवा ले सके।
जाने कैसे करना है ऑनलाइन आवेदन
संक्रमित को झारखंड होम आइसोलेशन मैनेजमेंट सिस्टम के होम आइसोलेशन वेब पोर्टल (एसडब्ल्यूएआरएकेएसएचए. एनआईसी. आईएन) पर जाना होगा। यहां संक्रमित को अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। एसआरएफ आईडी और मोबाइल नंबर इंटर करने पर ओटीपी आएगा, जिससे पासवर्ड जनरेट होगा। इसके बाद संक्रमित को अपना पर्सनल डिटेल डालना होगा। इसमें कोविड का डिटेल, बीमारी का डिटेल और इंफ्रास्ट्रक्चर का डिटेल डालना अनिवार्य है। यह सारा डिटेल डालने के बाद संक्रमित होम आइसोलेशन के लिए रिक्वेस्ट करेगा। जिला स्तर से संक्रमित रिक्वेस्ट को एग्जामिन करने के बाद अधिकारी संतुष्ट होने पर होम आइसोलेशन का अप्रूवल देंगे। इसके बाद संक्रमित को होम आइसोलेशन सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। इस होम आइसोलेशन सर्टिफिकेट के आधार पर कोरोना संक्रमित अपने घर में आइसोलेट हो पाएगा।
सामान्य मरीजों से भर रहे अस्पतालों के बेड
करुणा वायरस के शुरुआती लक्षण के बाद कई लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। भय के माहौल में कई लोग बेवजह डर रहे हैं और स्थिति गंभीर हो रही है। ऐसे में गंभीर मरीजों के लिए तत्काल बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में एक जैसा हाल दिख रहा है। जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी डॉक्टर राजकुमार सिंह ने बताया कि डरने की नहीं बल्कि एहतियात की जरूरी है। यदि कोई लक्षण नहीं है और 40 वर्ष से कम उम्र के लोग हैं, तो उन्हें शर्तों के साथ होम आइसोलेशन की सुविधा दी जा रही है। ऐसे लोगों के पास पर्याप्त जगह, घर, कमरे, शौचालय, दवा आदि की व्यवस्था होनी चाहिए।