Bank Strike: एसबीआइ समेत सरकारी बैंकों में आज और कल हड़ताल, धनबाद में 500 करोड़ का कारोबार होगा प्रभावित
यूएफबीआई के धनबाद जिला संयोजक प्रभात चौधरी ने कहा कि सरकारी बैंकों के सामने एकमात्र समस्या खराब कर्ज की है जो अधिकांश कॉरपोरेट और अमीर उद्योगपतियों द्वारा लिए जाते हैं। सरकार उन पर कार्रवाई करने के बजाय बैंकों का निजीकरण करना चाहती है।
धनबाद, जेएनएन। सरकार की ओर से बैंकों के निजीकरण की योजना के विरोध में बैंक कर्मचारी संगठन सोमवार तथा मंगलवार हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान यूनियन के सदस्य सोमवार को धनबाद के बैंक मोड़ स्थित एसबीआई मुख्य शाखा के समक्ष विरोध प्रदर्शन करेंगे। कर्मचारी संगठनों ने कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे मार्च में संसद का घेराव भी करेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण की घोषणा की है। इस कारण ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
यूनाइटेड फोरम ऑफ यूनियंस के बैनर तले आंदोलन
यूनाइटेड फोरम ऑफ यूनियंस के बैनर तले नौ यूनियनों एआईआईबीए, एआईबीओसी, एनसीबीई, एआईबीओए, बीईएफआई, आईएनबीईएफ, आईएनबीओसी, एनओबीडब्ल्यू और एनओबीओ के बैंक कर्मचारी और अधिकारी मिलकर सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। इस दो दिवसीय हड़ताल में धनबाद के बैंक कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं। इस कारण सोमवार और मंगलवार को बैंकों में कोई काम-काज नहीं होंगे।
500 करोड़ का कारोबार होगा प्रभावित
निजीकरण की योजना के विरोध में सोमवार को बैंक कर्मचारी संगठन हड़ताल पर चले गए। यूनियन का हड़ताल मंगलवार को भी रहेगा। कर्मचारी संगठनों ने कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे मार्च में संसद का घेराव करेंगे। बताते चलें कि सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी। यूनाइटेड फोरम ऑफ यूनियंस के बैनर तले नौ यूनियनों एआईआईबीए, एआईबीओसी, एनसीबीई, एआईबीओए, बीईएफआई, आईएनबीईएफ, आईएनबीओसी, एनओबीडब्ल्यू और एनओबीओ के बैंक कर्मचारी और अधिकारी मिलकर सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। हड़ताल के कारण दो दिन में धनबाद में 500 करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा।