Dhanbad Education News: कैसे सुधरेगा बच्चों का भवष्यि, 50 प्रतिशत से भी कम शिक्षकों के भरोसे चल रहा स्कूल
जिले में कुल 129 उच्च विद्यालय हैं। इनमें प्रधानाध्यापकों के कुल स्वीकृत पद 112 हैं इसके सापेक्ष सिर्फ छह विद्यालयों में ही प्रधानाध्यापक कार्यरत हैं। इस आधार पर 108 स्कूल प्रधानाध्यापक विहीन हैं। इन विद्यालयों में शिक्षकों के 1306 पद स्वीकृत हैं।
धनबाद, जेएनएन : जिले में कुल 129 उच्च विद्यालय हैं। इनमें प्रधानाध्यापकों के कुल स्वीकृत पद 112 हैं, इसके सापेक्ष सिर्फ छह विद्यालयों में ही प्रधानाध्यापक कार्यरत हैं। इस आधार पर 108 स्कूल प्रधानाध्यापक विहीन हैं। इन विद्यालयों में शिक्षकों के 1306 पद स्वीकृत हैं। इसमें लगभग सभी विषय शामिल हैं। इसके सापेक्ष महज 616 शिक्षक ही कार्यरत हैं। हाई स्कूल में आधे से अधिक पद रिक्त है।
सबसे अधिक गणित और भौतिकी में शिक्षकों के 111 पद रिक्त है। इसी तरह प्लस टू उच्च विद्यालयों की बात करें तो इनकी संख्या 28 है। यहां शिक्षकों का स्वीकृत पद 187 है, इसके सापेक्ष 115 शिक्षक ही कार्यरत हैं। छात्र संख्या की बात करें तो हाईस्कूल और प्लस टू उच्च विद्यालय में कुल 63566 छात्र नामांकित हैं। इसमें दसवीं में 27456 और 12वीं में 18840 छात्र अध्ययनरत हैं। यह रिपोर्ट जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय ने राज्य को भेजी है। इसमें इस बात का भी जिक्र किया गया है कि छह नए उत्क्रमित उच्च विद्यालय, छह कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, तीन झारखंड आवासीय विद्यालय और दो मॉडल विद्यालय में एक भी पद स्वीकृत नहीं है।
प्राइमरी स्कूलों में महज एक प्रधानाध्यापक
प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय की बात करें तो जिले में कुल 1694 प्राइमरी स्कूल है। यहां प्रधानाध्यापकों के लिए 242 पद स्वीकृत हैं। इसमें महज एक स्कूल में ही प्रधानाध्यापक कार्यरत हैं, शेष 242 पद रिक्त हैं। इसी तरह कला प्रशिक्षित शिक्षकों के लिए 242 पद स्वीकृत हैं, इसके सापेक्ष 73 कार्यरत हैं। विज्ञान के लिए भी 242 पद स्वीकृत हैं, इसके सापेक्ष 74 शिक्षक कार्यरत हैं। भाषा के लिए 237 पद स्वीकृत हैं, इसके सापेक्ष 90 शिक्षक ही कार्यरत हैं। इंटर प्रशिक्षित स्वीकृत पद की बात करें तो कुल 3660 पद स्वीकृत किए गए हैं, इसके सापेक्ष 2590 शिक्षक ही कार्यरत हैं।