Coronavirus Second Wave: संक्रमित मुसाफिर अब नहीं दे सकेंगे चकमा, मोबाइल लोकेशन के आधार पर ढूंढेगा प्रशासन
कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए धनबाद रेलवे स्टेशन बस स्टैंड इंडोर स्टेडियम सहित विभिन्न स्थानों पर लोगों की जांच की जा रही है। जांच के क्रम में लोगों का मोबाइल नंबर और एड्रेस रजिस्टर में दर्ज किया जाता है। अधिकतर लोगों का एड्रेस गलत रहता है।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के करंट लोकेशन का पता करने के लिए धनबाद के उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने शनिवार को सर्किट हाउस स्थित कोविड वार रूम में बीएसएनएल, एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए धनबाद रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, इंडोर स्टेडियम सहित विभिन्न स्थानों पर लोगों की जांच की जा रही है। जांच के क्रम में लोगों का मोबाइल नंबर और एड्रेस रजिस्टर में दर्ज किया जाता है। रिजल्ट आने के बाद जब पॉजिटिव व्यक्तियों को ट्रैस किया जाता है तब अधिकतर लोगों का एड्रेस गलत मिलता है। इसलिए उन्होंने सभी मोबाइल कंपनी के प्रतिनिधियों से मोबाइल नंबर के आधार पर संक्रमित व्यक्ति का लोकेशन ट्रेस कर उनका करंट एड्रेस जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इसके लिए अमित कुमार सिंह, डीपीओ यूआइडी को नोडल पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किया है।
उपायुक्त ने कहा कि आपदा की इस विकट परिस्थिति में सभी का दायित्व है कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ना है। सभी के सहयोग से एक दूसरे को संक्रमित होने से बचाना है। इसीलिए सभी मोबाइल कंपनी अपना सहयोग प्रदान करें और जनहित में लोगों की जान बचाने के लिए संक्रमित व्यक्ति का मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर उनका एड्रेस जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद को उपलब्ध कराएं। बैठक में रिलायंस जिओ के प्रियांशु कुमार, एयरटेल के विजय कुमार सिंह, वोडाफोन के शिवम कुमार तथा बीएसएनएल के अखिलेश पांडे एवं के के राम उपस्थित थे।