मंत्री के घेराव के बाद धनबाद डीसी रेस, सीएस से पूछा-आपको वेतन नहीं मिलेगा तो कैसा लगेगा

25 सितंबर को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और धनबाद के प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता यहां आए थे। धनबाद सर्किट हाउस में बकाया मानदेय को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों ने घेराव किया। उन्होंने मामले को देखने के लिए उपायुक्त को निर्देश दिया।

By MritunjayEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 08:44 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 08:44 AM (IST)
मंत्री के घेराव के बाद धनबाद डीसी रेस, सीएस से पूछा-आपको वेतन नहीं मिलेगा तो कैसा लगेगा
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का घेराव करते स्वास्थ्यकर्मी ( फाइल फोटो)।

जागरण संवादाता, धनबाद। एसएमएमएमसीएच के कैथ लैब कोविड सेंटर सेवा दे रही नर्स और स्वास्थ्य कर्मियों को एनआरएचएम के फंड से वेतन दिया जाएगा। वेतन संबंधित लंबित मामले एक सप्ताह के अंदर पूरे करके सभी के अकाउंट में पैसा चला जाएगा। इससे संबंधित निर्देश धनबाद के उपायुक्त संदीप सिंह ने सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत को दिया। नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों को वेतन नहीं मिलने के मामले पर उपायुक्त ने सिविल सर्जन को फटकार लगाई। उपायुक्त के कड़े निर्देश के बाद सिविल सर्जन ने वेतन भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

उपायुक्त ने कहा - हम सभी को वेतन नहीं मिले तो कैसा लगेगा

उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहा कि आउटसोर्सिंग कार्यरत नर्स और स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का वेतन काफी कम है। आप और हम लोगों का वेतन यदि 2 महीने नहीं मिले तो कैसा लगेगा। ऐसे में कोरोना काल में सेवा देने वाले इन कर्मियों के बारे में सोचिए। अब जरा भी इन्हें वेतन देने में देरी हुई, तो सीधे अधिकारी दोषी होंगे। ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य मंत्री ने उपायुक्त को दिया था निर्देश

25 सितंबर को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और धनबाद के प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता यहां आए थे। धनबाद सर्किट हाउस में बकाया मानदेय को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों ने घेराव किया। उन्होंने मामले को देखने के लिए उपायुक्त को निर्देश दिया। इसी के आलोक में उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है। फिलहाल वेतन भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

नहीं जाएगी किसी की नाैकरी

कैथ लैब में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान 41 नर्स और स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली जिला प्रशासन और सिविल सर्जन कार्यालय से हुई थी। लेकिन इन्हें 4 महीने से वेतन नहीं मिला है और अब नौकरी जाने का डर भी बताया जा रहा था। लेकिन उपायुक्त ने स्पष्ट कहा है किसी की नौकरी नहीं जाएगी।

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