बड़ी खबर: भूमिगत आग वाले धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर कुसुंडा के पास निकला धुआं, कम की गई ट्रेनों की रफ्तार

अभी-अभी रेलवे से जुड़ी एक बड़ी खबर आई है। भूमिगत आग वाले धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन पर कुसुंडा के पास रेलवे ट्रैक से थोड़ी ही दूरी पर धुंआ निकलते देखा गया है। रेलवे के पेट्रोल मैन ने तत्काल इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दी। मामला

By Atul SinghEdited By: Publish:Mon, 07 Dec 2020 04:10 PM (IST) Updated:Mon, 07 Dec 2020 04:10 PM (IST)
बड़ी खबर: भूमिगत आग वाले धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर कुसुंडा के पास निकला धुआं, कम की गई ट्रेनों की रफ्तार
भूमिगत आग वाले धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन पर कुसुंडा के पास रेलवे ट्रैक से धुंआ निकलते देखा गया

जागरण संवाददाता, धनबाद :  अभी-अभी रेलवे से जुड़ी एक बड़ी खबर आई है। भूमिगत आग वाले धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन पर कुसुंडा के पास रेलवे ट्रैक से थोड़ी ही दूरी पर धुंआ निकलते देखा गया है। रेलवे के पेट्रोल मैन ने तत्काल इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दी। मामला डीआरएम तक पहुंचते ही रेल महकमा हरकत में आ गया। आनन-फानन में रेलवे ट्रैक की निगरानी शुरू हुई और तत्काल इस रूट पर चलने वाली सभी यात्री ट्रेनों की रफ्तार कम कर दिया गया। रेलवे ने फिलहाल 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धनबाद चंद्रपुरा रेल मार्ग पर यात्री ट्रेन चलाने की अनुमति दी है।

 34 किलोमीटर लंबा धनबाद चंद्रपुरा रेल मार्ग दशकों से भूमिगत आग की चपेट में है। 15 जून 2017 को खान सुरक्षा महानिदेशालय ( डीजीएमएस) की रिपोर्ट के बाद इस रेल मार्ग को बंद कर दिया गया था। हालांकि बाद में डीजीएमएस में ही 34 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग के कई हिस्सों को खोलने की भी अनुमति दे दी थी। इसे लेकर बड़ा आंदोलन भी शुरू हो गया था। तकरीबन दो साल तक चले आंदोलन के बाद रेलवे में फरवरी 2019 से दोबारा धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन पर मालगाड़ी और यात्री ट्रेनों को चलाने की अनुमति दे दी थी।

 एक झटके में बंद हो गई थी 26 जोड़ी ट्रेन

15 जून 2017 को धनबाद चंद्रपुरा रेल मार्ग बंद होने से देश के इतिहास की सबसे बड़ी रेल बंदी हुई थी। एक झटके में 26 जोड़ी ट्रेनों को रद कर दिया गया था। फरवरी 2019 से फिर से ट्रेन चलने लगी। अब एक बार फिर रेलवे लाइन के किनारे निकले धुआं ने रेल अधिकारियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच दी है।

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