कालाबाजार में 1 लाख रुपये तक में बेचा जा रहा एक Remdesivir, भाजपा नेता ने धनबाद प्रशासन से की कार्रवाई की मांग
गंभीर कोरोना मरीजों के लिए रेमडेसिविर दवाई जान बचाने में सहायक है। यही कारण है कि इसकी कालाबाजारी है। यह दवाई सरकार के नियंत्रण मे है। फिर भी कालाबाजारी हो रही है। कहीं-कहीं तो रेमडेसिविर की नकली दवाई भी बेची जा रही है।
धनबाद, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के धनबाद महानगर उपाध्यक्ष संजय झा ने कहा है कि धनबाद मे रेमडेसिविर की कालाबाजारी हो रही है। झरिया के एक संक्रमित को एक लाख रुपए में इजेक्शन उपलब्ध कराने का मामला सामने आ रहा है। हालांकि उन्होंने नाम नहीं बताया लेकिन कहा कि धनबाद मे भी एक व्यक्ति से एक लेकर रेमडेसिविर उसे दिया गया है। यह आश्चर्यजनक है कि जबकि इसकी आपूर्ति सीधे सरकारी विभाग को होती है और ड्रग इंस्पेक्टर इसे निजी अस्पतालों और क्लीनिकों को जारी करते हैं, जरूरत होने पर ही सरकारी अस्पतालों में इसका इस्तेमाल किया जाता है फिर उसकी कालाबाजारी कैसे हो गई। प्रशासन से रेमदेसीविर आपूर्ति में हो रही धांधली को रोकने के लिए और अधिक पारदर्शिता लाने की मांग की है। निजी अस्पतालों से जिन संक्रमितो को यह दिया जा रहा है उसका नाम सहित राशि का उल्लेख करने की मांग की गई है।
झारखंड सरकार तुरंत रोके कालाबाजारी
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी जीवन रक्षक दवाई रेमडेसिविर की कालाबाजारी को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट कर झारखंड सरकार से तुंरत कालाबाजारी रोकने की मांग की है।
ऐसी खबरें आ रही है कि रेमडेसिविर को लेकर अस्पतालों की कालाबाज़ारी थमने का नाम नहीं ले रही।
सवाल है,कि प्रबंधन क्यों परिजनों को इंजेक्शन के लिए बाजार में भटकने को मज़बूर कर रहे हैं?
मा.उच्च न्यायालय ने भी इस संबंध में चिंता जतायी है।
झारखंड सरकार इस कालाबाज़ारी पर तुरंत रोक लगाये।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) April 30, 2021
इंद्रजीत को स्वस्थ होने में लगेगा समय
इधर संजय झा ने सिंदरी विधायक इन्द्रजीत महतो के स्वास्थ्य में धीरे धीरे सुधार होने की बात कही। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की टीम ने कल यह बताया है कि विधायक के फेफड़े में मामूली सुधार है। वह खतरे से बाहर हैं लेकिन अभी वेंटीलेटर नहीं हटाया जा सकता। उन्हें स्वस्थ होने में अभी लंबा समय लगेगा। फिलहाल विधायक से किसी के मिलने जुलने पर भी रोक है।