JAL-DRISHTI: जल संकट से निपटने को धनबाद प्रशासन तैयार, डीसी ने लांच किया एप

JAL-DRISHTI शिकायत दर्ज करने हेतु सर्वप्रथम स्वयं को जल दृष्टि ऐप पर रजिस्टर्ड करना होगा। रजिस्ट्रेशन के उपरांत मोबाइल नंबर और पासवर्ड के माध्यम से लॉगिन किया जा सकता है। लॉग इन करने के उपरांत अपना राज्य जिला प्रखंड एवं पंचायत का चुनाव करना है।

By MritunjayEdited By: Publish:Thu, 25 Mar 2021 05:16 PM (IST) Updated:Thu, 25 Mar 2021 05:16 PM (IST)
JAL-DRISHTI: जल संकट से निपटने को धनबाद प्रशासन तैयार, डीसी ने लांच किया एप
जल दृष्टि एप का शुभारंभ करते धनबाद के उपायुक्त उमाशंकर सिंह ( फोटो जागरण)।

धनबाद, जेएनएन। आमजनों के पेयजल से संबंधित समस्याओं की त्वरित, पारदर्शी एवं समयबद्ध तरीके से निवारण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एनआईसी, धनबाद द्वारा विकसित जल दृष्टि मोबाइल एप एवं वेब पोर्टल का गुरुवार को उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में पेयजल से संबंधित शिकायतें ज्यादा प्राप्त होती है। आमजनों की समस्याओं के मद्देनजर निर्देशानुसार जलापूर्ति की समस्या के समाधान हेतु जल दृष्टि ऐप विकसित किया गया है। इस ऐप के माध्यम से संबंधित पदाधिकारी अपने कार्यालय में बैठकर भी समस्या से अवगत हो सकते हैं तथा इसका निवारण समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित कर सकते हैं।

जल दृष्टि एप की कार्य प्रणाली

शिकायत दर्ज करने हेतु सर्वप्रथम स्वयं को जल दृष्टि ऐप पर रजिस्टर्ड करना होगा। रजिस्ट्रेशन के उपरांत मोबाइल नंबर और पासवर्ड के माध्यम से लॉगिन किया जा सकता है। लॉग इन करने के उपरांत अपना राज्य, जिला, प्रखंड एवं पंचायत का चुनाव करना है। तत्पश्चात डैशबोर्ड में शिकायत दर्ज करने का विकल्प प्राप्त होगा। शिकायत दर्ज करने के उपरांत शिकायत संख्या की प्राप्ति होगी। जिससे कहीं भी निष्पादन की स्थिति को ट्रैक किया जा सकता है। शिकायत दर्ज होने के उपरांत उक्त शिकायत संबंधित पदाधिकारी के पोर्टल पर प्रदर्शित होगा। संबंधित पदाधिकारी निर्धारित समय सीमा के अंदर शिकायत को निष्पादित करना सुनिश्चित करेंगे। शिकायत के निवारण के उपरांत शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लिया जाएगा।

स्टेकहोल्डर्स को दी जाएगी ट्रेनिंग

उपायुक्त ने बताया कि अगले 10 दिनों में सभी स्टेकहोल्डर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी। तत्पश्चात औपचारिक रूप से यह जल दृष्टि ऐप आमजनों के उपयोग हेतु उपलब्ध होगा। ऐसा विश्वास है कि हम सभी मिलकर पेयजल से संबंधित शिकायतों का निवारण इस एप्प के माध्यम से कर पाएंगे। शुभारंभ के अवसर पर उपायुक्त उमाशंकर सिंह, जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी सुनीता तुलस्यान, प्रबंध निदेशक झमाडा, नगर आयुक्त, तकनीकी पदाधिकारी झमाडा एवंं कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल उपस्थित रहे।

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