पंचेत डैम में कोचाल व मच्छरदानी जाल से मछली मारने के विरोध में कालूबथान ओपी के सामने प्रदर्शन

संवाद सहयोगी कालूबथान पंचेत जलाशय मत्स्य जीवी संग्राम समिति ने झामुमो के बैनर तले झामुमो के

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 06:38 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 06:38 PM (IST)
पंचेत डैम में कोचाल व मच्छरदानी जाल से मछली मारने के विरोध में कालूबथान ओपी के सामने प्रदर्शन
पंचेत डैम में कोचाल व मच्छरदानी जाल से मछली मारने के विरोध में कालूबथान ओपी के सामने प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, कालूबथान : पंचेत जलाशय मत्स्य जीवी संग्राम समिति ने झामुमो के बैनर तले झामुमो के वरिष्ठ नेता अशोक मंडल व ठाकुर मांझी की अगुवाई में गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों के साथ कालूबथान ओपी के सामने प्रदर्शन किया। मछुआरों व ग्रामीणों ने कहा कि कुछ मछुआरों द्वारा पंचेत डैम से कोचाल व मच्छरदानी जाल के माध्यम से जीरा मछली मारने और कालूबथान ओपी पुलिस की कार्यशैली का जमकर विरोध किया।

लोगों ने आरोप लगाया कि कालूबथान पुलिस के संरक्षण में पंचेत क्षेत्र में एक गिरोह द्वारा घातक जाल का प्रयोग कर छोटी-छोटी मछलियों को मारा जा रहा है। छोटी-छोटी मछली जाल में फंस मर जाती हैं। इसके कारण मछली बड़ी नहीं हो पाती और इसका असर मछली व्यवसाय करने वालों पर पड़ रहा है। मछली व्यवसाय में सैकड़ों परिवार लगे हैं। कुछ लोगों द्वारा अवैध तरीके से मछली पकड़े जाने उन्हें समुचित मात्रा में मछली नहीं मिल पा रही है। कालूबथान ओपी क्षेत्र के चिरूडीह गांव निवासी कलीम अंसारी व डुमरिया गांव निवासी कृष्णा साधु व पंचेत ओपी क्षेत्र का रोहित गोराई मुख्य संरक्षक के रूप में काम कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि घातक जाल का प्रयोग करने से रोका जाए। कालूबथान ओपी प्रभारी प्रदीप राणा ने लोगों को आश्वासन दिया कि तीन दिनों के अंदर मत्स्य जीवी संग्राम समिति की मांग पर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मछुआरे व ग्रामीण शांत हुए। मछुआरों का कहना है कि इससे उसकी जीविका प्रभावित हो रही है। बार-बार समझाने के बाद भी वे लोग जाल का प्रयोग कर रहे हैं।

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