बीसीसीएल के पदाध‍िकार‍ियों के Transfer पर लगेगी रोक ?

ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ कोल एग्जीक्यूटिव के अध्यक्ष पीके सिंह राठौड़ ने मांग की है कि मार्च-अप्रैल 2022 से पहले किसी अधिकारी का एक से दूसरी कंपनी में स्थानांतरण ना किया जाए। कोल इंडिया प्रबंधन ने हाल के दिनों में अधिकारियों का एक से दूसरी कंपनी में स्थानांतरण किया है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:58 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 11:58 AM (IST)
बीसीसीएल के पदाध‍िकार‍ियों के Transfer पर लगेगी रोक ?
ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ कोल एग्जीक्यूटिव के अध्यक्ष पीके सिंह राठौड़ ने मांग की है

धनबाद, जेएनएन : ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ कोल एग्जीक्यूटिव के अध्यक्ष पीके सिंह राठौड़ ने मांग की है कि मार्च-अप्रैल 2022 से पहले किसी अधिकारी का एक से दूसरी कंपनी में स्थानांतरण ना किया जाए। राठौर ने कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी को पत्र लिखकर कहा है कि कोल इंडिया प्रबंधन ने हाल के दिनों में व्यापक पैमाने पर अधिकारियों का एक से दूसरी कंपनी में स्थानांतरण किया है। इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जानी चाहिए।

राठौर ने कहा है कि कोरोना वायरस के व्यापक प्रभाव के कारण वर्ष 2020 के अप्रैल माह से ही अधिकारियों का ट्रांसफर पोस्टिंग रुका हुआ था। बावजूद इसके कोल इंडिया प्रबंधन ने व्यापक पैमाने पर स्थानांतरण करने का निर्णय ले लिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर और भी ज्यादा घातक थी। इसमें कई अधिकारियों ने अपनी जान गंवा दी। कुछ लोगों ने अपने स्वजनों को खो दिया है। भावनात्मक रूप से वे फिलहाल परिवार से अलग होने की स्थिति में नहीं हैं। वहीं इससे कोरोना वायरस का प्रसार और अधिक बढ़ेगा।

एम्स के डॉ गुलेरिया ने हाल ही में तीसरी लहर की भविष्यवाणी की है।उन्होंने कहा है कि इसमें ज्यादातर बच्चे प्रभावित होंगे। प्रबंधन को यह विचार करना चाहिए यदि किसी कोयला अधिकारी का स्थानांतरण दूसरी कंपनी में हो गया तो तत्काल उसे आवास मिलने वाला नहीं है। उसे गेस्ट हाउस में रहना होगा और वहां से फिर अपने स्वजन के पास आना होगा। ऐसे में कोरोना की तेज रफ्तार होने की आशंका है।

तीसरी लहर आने पर अधिकारी अपने बच्चों व अन्य स्वजनों से दूर रहने पर उनके प्रति चिंतित भी रहेंगे और ठीक से काम नहीं कर पाएंगे। ऐसी स्थिति में 2022 अप्रैल तक जब तक कि तीसरी लहर की आशंका खत्म ना हो जाए अथवा सभी का टीकाकरण ना हो जाए स्थानांतरण पदस्थापन पर रोक लगा देनी चाहिए। राठौर ने यह भी मांग की है कि 55 वर्ष से ऊपर के अधिकारियों का दूसरी कंपनियों में स्थानांतरण ना किया जाए। क्योंकि अपने कुछ वर्षों के सेवाकाल में इधर से उधर होना उनके लिए दुखदाई होगा और वह कुछ खास काम नहीं कर पाएंगे। इसलिए कोयला मंत्रालय यह निर्देश जारी करें कि ऐसे अधिकारी जो स्वेच्छा से दूसरी कंपनियों में जाना चाहते हैं सिर्फ उन्हें ही फिलहाल स्थानांतरित किया जाए। शेष सभी का स्थानांतरण 2022 तक रोक दिया जाए। साथ ही 55 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे ही अधिकारियों का स्थानांतरण किया जाए जिनका के कंपनी हित में स्थानांतरण किया जाना बेहद जरूरी है। अन्यथा उन्हें अपने ही कंपनी से सेवानिवृत्त होने का अवसर दिया जाए जहां उन्होंने जीवन भर काम किया है।

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