ओवरब्रिज निर्माण में Railway व सरकार की कछुआ गति से वाहन चालक और लोग परेशान Dhanbad News
आद्रा रेल मंडल के अंतर्गत फुसबंगला जामाडोबा पुटकी मुख्य मार्ग पर भागा रेलवे गेट के पास ओवरब्रिज निर्माण में रेलवे व सरकार की कछुआ गति से वाहन चालक और लोग परेशान हैं। तीन अप्रैल 2021 को ओवरब्रिज निर्माण के कार्य की शुरुआत की गई थी।
झरिया, जेएनएन : आद्रा रेल मंडल के अंतर्गत फुसबंगला जामाडोबा पुटकी मुख्य मार्ग पर भागा रेलवे गेट के पास ओवरब्रिज निर्माण में रेलवे व सरकार की कछुआ गति से वाहन चालक और लोग परेशान हैं। तीन अप्रैल 2021 को ओवरब्रिज निर्माण के कार्य की शुरुआत की गई थी। लेकिन एक माह से अधिक बीतने के बाद भी अभी तक कुछ भी कार्य नहीं हो सका है।
ओवरब्रिज निर्माण स्थल के पास जमीन की खुदाई के दौरान झमाडा की जलापूर्ति पाइप लाइन निकलने से कार्य को बंद कर दिया गया था। वहीं दूसरी ओर इस सड़क पर रेलवे गेट के पास लोहे का चदरा लगाकर पूरी तरह से यातायात को बंद कर दिया गया है। इससे आम लोगों को भी काफी परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह कछुआ गति के चाल में काम होने से कई वर्ष लग जाएंगे।
मालूम हो कि रेलवे ने दो वर्ष में ओवरब्रिज का निर्माण करने की बात कही है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधि शमशेर शमशेर आलम ने शनिवार को क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने कहा कि जनहित में भागा रेलवे फाटक के पास ओवरब्रिज निर्माण के लिए तीन अप्रेल 2021 से फुसबंगला जामाडोबा पुटकी मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। लेकिन अभी तक कोई विशेष कार्य नहीं हुआ है। इसके कारण फुसबंगला, जामाडोबा व पुटकी मार्ग पर सवा महीने से यातायात बंद है।
वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। शमशेर ने कहा कि कोरोना आपदा में जामाडोबा अस्पताल से मरीजों को धनबाद के विभिन्न अस्पताल में ले जाने के लिए कई किलोमीटर घूमकर जाना और आना पड रहा है। जिला प्रशासन व रेलवे से जब तक यहां कार्य चालू नहीं होता है। तब तक जनहित में इस मार्ग को खोलने की मांग की है।
यातायात के लिए प्रशासन ने की है वैकल्पिक व्यवस्था :
जिला प्रशासन ने फुसबंगला जामाडोबा पुटकी मार्ग को बंद करने के बाद जोड़ापोखर थाना के पास से और डिनोबली मोड से यातायात की वैकल्पिक व्यवस्था की है। थाना के पास से दोपहिया और चार पहिया वाहन और डिनोबिली मोड़ के पास से भारी वाहन आने-जाने की व्यवस्था की है। इस मार्ग से वाहन चालकों को 10 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। इससे वाहन चालक परेशान हैं।