कोरोना से सालुकचपड़ा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के फॉर्मासिस्ट की मौत
संवाद सहयोगी निरसा निरसा सीएचसी अंतर्गत अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सालुकचपड़ा में फार्मा
संवाद सहयोगी, निरसा : निरसा सीएचसी अंतर्गत अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सालुकचपड़ा में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत 53 वर्षीय सुनील पासवान की मौत शनिवार की रात इलाज के दौरान पटना के निजी अस्पताल में हो गई। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद वो इलाज के लिए पटना गए थे। सुनील पासवान की आकस्मिक मौत पर निरसा के स्वास्थ्य कर्मियों में शोक की लहर है। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि सुनील पासवान सालुकचपड़ा में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत थे। वर्ष 2020 से वे लगातार कोविड-19 में अपनी ड्यूटी कर रहे थे। वर्ष 2020 में मैथन चेकपोस्ट पर उनकी ड्यूटी कोरोना जांच में लगाई गई थी। वर्तमान समय में वे निरसा सीएचसी में कोरोना वायरस की जांच में लगे थे। लोगों की कोरोना वायरस की जांच करते करते छह अप्रैल को कोरोना संक्रमित हो गए। चूंकि वे यहां अकेले रहते थे इसलिए इलाज के लिए पटना चले गए। वो मूल रूप से बिहार के जहानाबाद के रहनेवाले थे। पटना में इलाज के दौरान शनिवार की रात उनकी मौत हो गई। वे अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र व दो पुत्री छोड़ गए हैं।
स्वास्थ्यकर्मियों को बीमा का नहीं मिला कोई पत्र
स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि सरकार द्वारा घोषणा की गई कि स्वास्थ्य कर्मियों का 50 लाख का बीमा करवाया गया है। यदि स्वास्थ्य कर्मियों की कोरोना संक्रमण से मौत होती है तो उनके आश्रितों को बीमा पैसा मिलेगा। हम लोगों को आज तक ना तो सरकार द्वारा ऐसा कोई पत्र प्राप्त हुआ है और न ही लिखित रूप से हम लोगों के पास कोई प्रमाण है। यदि सरकार ने बीमा भी कराया होगा तो 31 मार्च के बाद उसका समय सीमा समाप्त हो गया। 31 मार्च के बाद जो लोग काम कर रहे हैं क्या उनके लिए बीमा करवाया गया है। अभी हम लोगों को पता नहीं है।
स्वास्थ्य कर्मी चंदा कर अपने साथी की करेंगे मदद
स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि सोमवार को एक साथ सीएचसी में शोक सभा का आयोजन किया जाएगा जिसमें मृतक सुनील पासवान को श्रद्धा सुमन अर्पित किया जाएगा। सभी स्वास्थ्य कर्मी अपने सामर्थ्य के अनुसार मृतक स्वास्थ कर्मी सुनील पासवान के स्वजनों की मदद के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे।