मजदूर की मौत पर एमपीएल का चक्का जाम
संस, निरसा : एमपीएल के कोल यार्ड में कार्यरत विस्थापित दीपक बाउरी की धनबाद के एक निजी अस्पता
संस, निरसा : एमपीएल के कोल यार्ड में कार्यरत विस्थापित दीपक बाउरी की धनबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार की संध्या मौत हो गई। मृतक के आश्रित को मुआवजा एवं नियोजन की मांग को लेकर विस्थापितों ने एमपीएल विस्थापित एवं स्थानीय समिति के बैनर तले शव के साथ मंगलवार की संध्या सात बजे एमपीएल के मुख्य द्वार पर धरना पर बैठ गए। इस दौरान विस्थापितों ने एमपीएल की ट्रांसपोर्टिंग ठप कर दी। बुधवार की सुबह प्रबंधन द्वारा मृतक के आश्रित को नियोजन देने एवं आश्रितों को 25 हजार नगद मुआवजा देने के आश्वासन के बाद जाम समाप्त हुआ। धरना का नेतृत्व समिति के अध्यक्ष अशोक मंडल, महामंत्री रामरंजन मिश्रा, कमाख्या चौधरी, विमल चौधरी, जितेन चौधरी व मिहिर मंडल कर रहे थे। वहीं धरना पर बैठने के क्रम में आग तापने के लिए हाइवा से कोयला उतारने के क्रम में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से चारकोना गांव के एक अन्य युवक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
जानकारी हो कि बेलडांगा चारकोना निवासी दीपक बाउरी एमपीएल के कोल यार्ड में ठेकेदार के अधीन काम करता था। लगभग 10 दिनों पूर्व उसकी तबीयत खराब हो गई थी। पहले उसका इलाज मैथन स्थिति ईएसआई अस्पताल में चल रहा था। बाद में चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए धनबाद के एक निजी अस्पताल में भेज दिया। जहां इलाज के दौरान मंगलवार की संध्या उसकी मौत हो गई। मृतक के आश्रितों को नियोजन एवं मुआवजा भुगतान की मांग को लेकर शव के साथ विस्थापितों ने एमपीएल के मुख्य द्वार को जाम कर दिया। इसी दौरान धरना पर बैठे विस्थापितों को आग तापने के लिए उसी स्थान पर खड़े हाइवा पर चढ़कर चारकोना निवासी एक युवक कोयला उतार रहा था। उसी दौरान हाईटेंशन तार की चपेट में आने से युवक बुरी तरह झुलस गया। जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। स्थानीय लोगों ने आनन फानन में रात में ही उस युवक का अंतिम संस्कार कर दिया। हालांकि इस संबंध में न तो विस्थापित समिति न ही स्थानीय लोग कुछ भी बोलने को तैयार हैं।