Swami Vivekanand Birth Anniversary: बहुत सरल है विवेकानंद का दर्शन, मीठी वाणी तथा आंतरिक दृढ़ता उनके व्यक्तित्व का था हिस्सा Dhanbad News
एकल महिला समिति ईस्ट जोन प्रत्येक माह आध्यात्मिक विषयों पर चर्चा करती है। मीटिंग का उद्देश्य सदस्यों तथा अन्य लोगों को एकल के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना तथा इस माध्यम से देश की सेवा किस प्रकार कर सकते हैं यह बताना है।
धनबाद, जेएनएन : एकल महिला समिति ईस्ट जोन प्रत्येक माह आध्यात्मिक विषयों पर चर्चा करती है। मीटिंग का उद्देश्य सदस्यों तथा अन्य लोगों को एकल के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना तथा इस माध्यम से देश की सेवा किस प्रकार कर सकते हैं यह बताना है।
इसी श्रृंखला में हर महीने बहुत से विषय पर कार्यक्रम होते हैं। इस श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए ब्रम्हाकुमारी अस्मिता बहन को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। इसी क्रम में समिति की मासिक बैठक जूम पर हुई। उन्होंने अपने एक घंटे के संबोधन में विवेकानंद के सपनों के भारत के बारे में बताया।
विवेकानंद के दर्शन को बहुत ही सरल शब्दों में व्याख्या की। ब्रह्मचारी के व्रत के बारे में बहुत ही विस्तार से बताया और समझाया कि किस प्रकार की गृहस्थी में रहते हुए हम ब्रह्माचर्य का पालन कर सकते हैं। इसके माध्यम से देश को समर्पित हो सकते हैं। उन्होंने रामकृष्ण परमहंस तथा गांधी जी के जीवन पर भी प्रकाश डाला। उनकी मीठी वाणी तथा आंतरिक दृढ़ता उनके व्यक्तित्व का हिस्सा है।
उन्होंने एक छोटा सा मेडिटेशन भी करवाया और एक भजन भी सुनाया। इस आयोजन में लगभग 60 महिलाएं ईस्ट जोन के अलग-अलग शहरों से शामिल हुईं। इसमें गुवाहाटी, कोलकाता, जमशेदपुर, धनबाद, गया, झारसुगड़ा, सिलीगुड़ी से अधिकतर महिलाएं जुड़ीं। ईस्ट जोन प्रेसिडेंट शांता शारदा ने मीटिंग का संचालन किया। धन्यवाद ज्ञापन धनबाद एकल महिला समिति की सचिव अनुराधा अग्रवाल ने किया।