Indian Railways: रेलवे नहीं जारी कर रहा मासिक सीजन टिकट, ट्रेनों के परिचालन के बाद भी दैनिक यात्री हलकान

कोलफील्ड एक्सप्रेस डेली पैसेंजर्स के लिए सबसे महत्वपूर्ण ट्रेन है। इसमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में डेली पैसेंजर्स सफर करते थे। हावड़ा से सामान लाकर धनबाद समेत आसपास बेचते थे। ट्रेन उनकी रोजी-रोटी का साधन था जिसमें एमएसटी लेकर काफी कम किराए में पूरे महीने आना-जाना कर लेते थे।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 08:04 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 08:04 AM (IST)
Indian Railways: रेलवे नहीं जारी कर रहा मासिक सीजन टिकट, ट्रेनों के परिचालन के बाद भी दैनिक यात्री हलकान
धनबाद और हावड़ा के बीच प्रतिदिन बड़ी संख्या में दैनिक यात्री सफर करते हैं (फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। लॉकडाउन के दाैरान बंद ट्रेनें एक-एक चालू हो रहीं हैं। लेकिन रेलवे मासिक सीजन टिकट जारी नहीं कर रहा है। इससे दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। इस बीच कोलफील्ड एक्सप्रेस को रेलवे ने एक दिसंबर से चलाने की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही रेलवे ने इस ट्रेन में सफर कर रहे डेली पैसेंजर्स को झटका भी दिया है। इस ट्रेन में अभी एमएसटी (मासिक सीजन टिकट) पर सफर करने की अनुमति नहीं मिलेगी। स्पेशल बनकर चलने वाली ट्रेन में सेकेंड सीटिंग और एसी चेयर कार में आरक्षण कराकर ही यात्रा करनी होगी। इतना ही नहीं यात्रियों को इसके लिए किराया भी पहले से कहीं ज्यादा होगा। रेलवे ने साफ कर दिया है कि यात्रियों को स्पेशल ट्रेन का किराया चुकाना होगा।

कोलफील्ड एक्सप्रेस डेली पैसेंजर्स के लिए सबसे महत्वपूर्ण ट्रेन है। इसमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में डेली पैसेंजर्स सफर करते थे। बराकर, आसनसोल और हावड़ा से सामान लाकर धनबाद समेत आसपास बेचते थे। ट्रेन उनकी रोजी-रोटी का साधन था जिसमें एमएसटी लेकर काफी कम किराए में पूरे महीने आना-जाना कर लेते थे। इसके साथ ही धनबाद समेत पश्चिम बंगाल के कई लोग आसनसोल, दुर्गापुर व हावड़ा तक ड्यूटी करने के लिए इस ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं। वहीं कोलफील्ड एक्सप्रेस में सिर्फ आरक्षित श्रेणी के यात्रियों को सफर की अनुमति मिलने से आम यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।

डेली पैसेंजर्स की वजह से इस ट्रेन में यात्रियों को काफी परेशानी होती थी। डेली पैसेंजर्स समूह में होने का फायदा उठाते थे और यात्रियों को जबरन हटाकर उनकी सीट पर कब्जा कर लेते थे। परिवार के साथ सफर करने वालों के साथ कई बार दुव्र्यवहार की घटनाएं हो चुकी हैं। यहां तक कि कई डब्बों में उन्होंने डीपी लिखकर उस पर अपना कब्जा जमा लिया था।

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