Cyclone Jawad Alert: तेजी से आगे बढ़ रहा चक्रवाती तूफान, जल्द दिखेगा झारखंड में दिखेगा असर, माैसम विभाग ने चेताया

Cyclone Jawad Alert चक्रवात के कारण ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होगी। इसके साथ ही झारखंड में भी तीन-चार दिनों तक इसका असर रहेगा। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद की मानें तो 3 दिसंबर को राज्य के कुछ हिस्से में हल्की बारिश हो सकती है।

By MritunjayEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 07:57 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 10:04 PM (IST)
Cyclone Jawad Alert: तेजी से आगे बढ़ रहा चक्रवाती तूफान, जल्द दिखेगा झारखंड में दिखेगा असर, माैसम विभाग ने चेताया
चक्रवाती तूफान को लेकर अलर्ट ( प्रतीकात्मक फोटो)।

जागरण संवाददाता,धनबाद। अंडमान सागर के आसपास बने लो प्रेशर के गुरुवार तक डिप्रेशन में बदलने की संभावना जताई गई है। उसके बाद आगे बढ़ने वाला डिप्रेशन चक्रवात में बदलेगा। शनिवार की सुबह चक्रवात के ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। चक्रवात के कारण ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होगी। इसके साथ ही झारखंड में भी तीन-चार दिनों तक इसका असर रहेगा। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद की मानें तो 2 दिसंबर को बादल आते जाते रहेंगे। 3 दिसंबर को राज्य के कुछ हिस्से में हल्की बारिश हो सकती है। ज्यादा प्रभाव झारखंड के दक्षिणी हिस्से में दिख सकता है। इसके बाद 4 और 5 दिसंबर को राज्य के ज्यादातर हिस्से में बारिश होगी। 6 दिसंबर को भी बारिश के आसार हैं।

तीन-चार दिनों तक होगी बारिश

तीन-चार दिनों तक बारिश कराने के बाद 7 दिसंबर से मौसम साफ हो जाएगा। बादलों की आवाजाही की वजह से 4 दिसंबर से तापमान में भी बढ़ोतरी होगी। रात का तापमान 3 से 4 डिग्री तक बढ़ेगा। वर्तमान में रात का तापमान 12 से 13 डिग्री के बीच है। इसके 17 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। इस बार आने वाले चक्रवात का नाम जवाद है जिसका नामकरण सऊदी अरब ने किया है। चक्रवात का प्रभाव बंगाल की खाड़ी, हिंद महासागर और अरब सागर में भी दिखेगा।

इस साल का आखिरी चक्रवात जवाद

जवाद को इस साल का आखरी चक्रवात माना जा रहा है। इससे पहले मई से नवंबर के दौरान भी कई बार चक्रवात आ चुके हैं। कम अंतराल में कई चक्रवात आने की वजह से ही इस साल गर्मी नहीं पड़ी। मई और जून के महीने में भी अधिकतम तापमान एक-दो दिन के लिए ही 40 के आसपास रहा। अन्य दिनों में तापमान कम रहा और मौसम में ठंडक बनी रही। अब दिसंबर में भी चक्रवात अपना प्रभाव दिखा रहा है। दिसंबर के पहले सप्ताह में जहां कड़ाके की ठंड पड़ती है वहीं अब तक बादलों की आवाजाही की वजह से ठंड में बढ़ोतरी नहीं हो सकी है। अब दिसंबर के पहले सप्ताह के बाद ही कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। दूसरी ओर, मानसून अध्ययनकर्ता डॉ एसपी यादव का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के चक्रवात का दायरा धनबाद तक रहेगा। इस वजह से यहां 3 से 6 दिसंबर तक बारिश का अनुमान है।

chat bot
आपका साथी